जीवन आशा विश्वास धैर्य एवम आत्मबल पर टिका है-डा०रजनीश राय

गाजीपुर जनपद के विश्वम्भर पुर निवासी डाक्टर रजनीश राय ने सपरिवार कोरोना को हराने के बाद बेबाक भारत से बातचीत के दौरान बताया की
सबसे पहले इलाहाबाद में मुझे बुखार और खांसी से इसकी शुरूआत हुई तीसरे दिन मैं मेरे बडे भैया नीरज राय शाखा प्रबन्धक भारतीय स्टेट बैंक.भाभी. पत्नी बेटी सहित सिटी स्कैन व एन टी जे एन टेस्ट कराया जिसमें कोविड की पुष्टि हुई।मैं तुरन्त परिवार के बाकी सदस्यों के साथ कोविड गाईड लाइन के तहत निर्धारित दवाइयों को लेना और नियमों का पालन शुरू कर दिया। 14 वें दिन एन टी जे एन व आर टी पी सी आर टेस्ट कराया जिसमें रीपोर्ट निगेटिव आया।मेरा अनुभव है कि इसमें हिम्मत से काम लेना है मनोबल अपना व पूरे परिवार का हर समय बनाये रखना है ।इसमें भांप व गरम पानी बहुत ही कारगर है।खाना पान पर ध्यान रखना है यानि खाना गरम, ताजा व पौष्टिक लेना है।
डाक्टर रजनीश राय ने कहा की जीवन आशा, विश्वास, धैर्य एवं आत्मबल पर टिका है। आत्मबल के सहारे किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। यदि आत्मशक्ति का अनुसरण कर संघर्ष करें तो विजय अवश्य प्राप्त होगी।
हम सबकी लापरवाही ने ही कोरोना वायरस संक्रमण को फैलाने का अवसर दिया है। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बस ‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ का ध्यान रखें। नकारात्मकता त्याग कर सकारात्मकता पर ध्यान देने की जरूरत है।
इस प्रकार मैं अपने को ही नहीं पूरे परिवार को पोजेटिव से निगेटिव किया।इस समय हम सभी स्वस्थ एवं प्रशन्न हैं।अपने सभी शुभचिंतकों के प्रति मेरा विशेष आभार जिन्होने लगातार मेरे एवम परिवार के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।अपनी दुवाओं और प्रार्थना में हम सभी को शामिल किया।मै अपने सभी शुभचिंतकों के प्रति आभार एवम सभी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए कामना करता हूं।