June 18, 2025

ताज पब्लिक स्कूल ताजपुर में हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान गोष्ठी सम्पन्न

IMG-20250426-WA0042

ताज पब्लिक स्कूल ताजपुर में हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान गोष्ठी सम्पन्न

दिनांक 24.04.2025 को बी एस ए , गाज़ीपुर के निर्देशानुसार ताज पब्लिक स्कूल ताजपुर में “हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान” शीर्षक पर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ जिस में गाज़ीपुर से आए समाजसेवी नजुमसाकिब अब्बासी और काज़ी फरीद आलम विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। गोष्ठी के आरंभ में संचालक अखिलेश यादव ने संविधान की विशेषताओं , अनुच्छेद , संशोधन इत्यादि की चर्चा करते हुए संक्षिप्त रूप से संविधान की व्याख्या की। क्षेत्र पंचायत सदस्य मनोज गुप्ता ने भारत देश में बाबा साहब भीम राव अंबेडकर और संविधान सभा की चर्चा करते हुए कहा कि मैं जिस पद पर हूं यह इस संविधान की ही देन है और हमारा संविधान सभी भारत के नागरिकों को बराबरी का अधिकार देता है जिस से एक आदिवासी महिला भारत के राष्ट्रपति के पद को सुशोभित कर रही है। कोई भी विद्यार्थी अपने परिश्रम से बड़े से बड़े प्रशासनिक पद को पा सकता है। गाज़ीपुर से आए समाजसेवी नजमुसाकिब अब्बासी ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए बराबरी के अधिकार के अलावा कहा कि संविधान ने हमें गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार दिया है और संविधान ने ही लोकतंत्र द्वारा हमें सरकार चुनने का अधिकार और शिक्षा का अधिकार दिया है।


इसी क्रम में उन्होंने कहा कि हमारा देश एक गुलदस्ते की तरह है जिसमें रंग बिरंगे फूल हैं अर्थात विविधताओं का देश है जिसमें हर धर्म के लोग,अलग अलग विचारधारा के लोग,अलग_अलग बोलियां बोलने वाले लोग और अलग अलग रंग रूप के लोग रहते हैं। ऐसा पूरे विश्व में एक हमारा ही देश है। गाज़ीपुर से ही आए संविधान विशेषज्ञ काज़ी फ़रीद आलम ने संविधान की प्रस्तावना पर चर्चा करते हुए कहा कि संविधान का पूरा ढांचा संविधान की प्रस्तावना में लिखा हुआ है जिस में विशेष रूप से भारत की धर्म निरपेक्षता जिस से सभी धर्म को बराबरी का अधिकार , सामान्य न्याय मिलता है। इस विशेषता से भारत की एकता और अखंडता को बल मिलता है। समान मताधिकार से हम सभी को मत डालने का अधिकार मिलता है जिस से हम अपने प्रतिनिधि को चुनते हैं। समाजवादी विचार से हर अमीर और गरीब को सभी संसाधन का उपयोग करने का बराबर का अधिकार मिलता है। बराबरी के अधिकार को दर्शाने के लिए उन्होंने बच्चों को खेल के माध्यम से सरलता से समझाने की कोशिश की जिसे में बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। अंत में उन्होंने भारत के नगरिकों को एक सुंदर फूल माला के उदाहरण से समझाया जिस में रंग बिरंगे फूल है जो माला की शोभा को और बढ़ाते हैं जैसे दक्षिण का पहनावा अलग है और उत्तर का अलग पूरब का पहनावा पश्चिम से अलग है मगर सभी राज्य और उस में रहने वाले नागरिक भारत के अभिन्न अंग है। कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे डॉ० रियाजउद्दीन अंसारी ने डॉ० भीम राव अंबेडकर के संघर्षों को याद करते हुए उन की उच्च शिक्षा की चर्चा की जो इस समय किसी भी पिछड़ी और अछूत माने जाने वाली जाती के लिए असंभव था। उन्होंने बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में आने वाले संघर्ष और बाधाओं को संयम के साथ सहने और संविधान सभा और अन्य स्वातंत्र्य सेनानियों के बलिदान को आदर्श बना कर अपना जीवन जीने का आह्वाहन किया। सभा के अंत में विद्यालय के डायरेक्ट डा० मसूद अहमद ने सभी आगंतुकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि संविधान हमे न सिर्फ़ मौलिक अधिकार देता है बल्कि मौलिक कर्तव्यों को पालन करने का भी निर्देश देता है। हमें देश की एकता,अखंडता और उन्नति के लिए एक ज़िम्मेदार नागरिक के साथ जागरूक भी रहना होगा ताकि कोई भी देश के आंतरिक ढांचे को नुकसान न पहुंचाए और हम भारत को एक सकारात्मक ,सदृढ़ और विकसित देश बना सकें।

उन्होंने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि सही सोच और सही दिशा शिक्षक सिखाते और दिखाते हैं जिनका पालन करना विद्यार्थियों का कर्तव्य है जिस से कि वह कामयाब हो सकें। विद्यालय के बच्चों में जानवी कुशवाहा, जेसिका भारद्वाज, पूनम चौरसिया और अनामिका गुप्ता ,आंचल यादव और राज ठाकुर ने भी गोष्ठी में भाग लेते हुए अपने विचार व्यक्त किए। विद्यालय के शिक्षकों में मेहदी हसन, हारून रशीद , राजमणि वर्मा , प्रभात कुमार राय , धनंजय यादव , शशिकांत सिंह , उमेश यादव ,प्रवीण सिंह,रमेश यादव हाफिज शमशुलहुदाआदि तथा गयासुद्दीन अंसारी एवं अन्य अभिभावक भी उपस्थित रहे। सभा का संचालन विद्यालय के शिक्षक अखिलेश यादव ने किया।

About Post Author