June 18, 2025

पोप फ्रांसिस वास्तव में एक जीवित संत थे जिसकी झलक उनके सरलता, विनम्रता एवं समर्पण में दिखता है–फादर पी० विक्टर

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पोप फ्रांसिस वास्तव में एक जीवित संत थे जिसकी झलक उनके सरलता, विनम्रता एवं समर्पण में दिखता है–फादर पी० विक्टर

आज दिनांक 22.04.2025 को स्वर्ग लोक पधार चुके पोप फ्रांसिस के आत्मा की शांति हेतु तथा श्रद्धांजलि प्रकट करते हुएं हार्टमनपुर चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
आज का पवित्र धार्मिक विधि फादर पी० विक्टर द्वारा संचालित किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में धार्मिक गुरु पोप फ्रांसिस के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह एक जीवित संत थे जिसकी झलक उनके सरलतम व्यवहार, विनम्रता एवं समर्पण में दिखता है। एक विश्व स्तरीय धार्मिक गुरु होते हुए भी वे एक छोटे से अपार्टमेंट में रहते थे जबकि वेटिकन सिटी में पोप के रहने हेतु महल विद्यमान है। वे यात्रा के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते थे। कई बार तो वह अपना भोजन खुद ही बनाते थे ।वह टीवी कभी नहीं देखते थे। वह अपना अधिकतम समय गिरजाघर में यीशु मसीह और माता मरियम की आराधना में बिताते थे।उन्होंने विश्व शांति के लिए ईमानदारी से काम किया। पोप फ्रांसिस एक अच्छे फुटबॉलर और क्लासिकल संगीत प्रेमी थे। हमारी मातृ भूमि(भारत) इस महान संत के दर्शन से अछूता रह गया।आज हम सभी उन्हें खोकर अकेलापन महसूस कर रहे हैं।
इस प्रार्थना सभा में हार्टमनपुर छात्रावास के छात्र-छात्राएं, धर्मबहने, पुरोहितगण, हार्टमनपुर पल्ली के भक्तगण आदि उपस्थित रहे। पूरे प्रार्थना सभा के दौरान सभी की आंखें गमगीन थीं।

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