June 18, 2025

हार्टमन पुर मिशन में गुड फ्राइडे पर्व पर क्रूस रास्ता का मंचन

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हार्टमन पुर मिशन में गुड फ्राइडे पर्व पर क्रूस रास्ता का मंचन

शुक्रवार को मसीही समाज, गुड फ्राइडे का पर्व मना रहा है। मसीही(ईसाई) समुदाय के प्रमुख पर्व में से एक पर्व गुड फ्राइडे भी है। हार्टमन पुर मिशन की समस्त धर्म भगिनी एवं विश्वासी उपस्थित रहे।चर्च में विशेष प्रार्थना की गई एवं मानवता के लिए प्रभु यीशू के प्रयासों को याद किया गया।

इस अवसर पर हार्टमन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने बताया कि गुड़ फ्राइडे मानवता के लिए परमेश्वर के पुत्र प्रभु यीशू के प्रयासों को याद किया जाता है क्योंकि इस दिन ही प्रभु यीशू मानवता के लिए सूली पर चढ़ गए थे।सन्हेद्रिन ट्रायल ऑफ़ जेसुस के आध्यात्मिक विवरणों के अनुसार प्रभु यीशू को इसी शुक्रवार को सूली पर चढ़ाया गया था।

 

सुसमाचार के अनुसार, यीशू को मंदिर के प्रहरियों ने गेथ्सेमाने गार्डन में उनके शिष्य यहूदा इस्कारियोती की अगुवाई में गिरफ्तार किया। यहूदा ने चांदी के 30 टुकड़ों के बदले यीशू से विश्वासघात किया।उसने मंदिर के प्रहरियों से कहा कि वह जिसे चुम्बन लेगा उसे ही उन्हें गिरफ्तार करना है।

यीशू को गिरफ्तार कर अन्नास के घर लाया गया, जो तत्कालीन उच्च पुरोहित काइयाफस का ससुर था। वहाँ उनसे पूछताछ की गयी किन्तु उसका कोई खास नतीजा नहीं निकला जिसके बाद उन्हें उच्च पुरोहित काइयाफस के पास भेज दिया गया, जहाँ सैन्हेद्रिन इकट्ठे थे।बहुत से गवाहों ने यीशू के खिलाफ विरोधाभासी बयान दिए जिसका यीशू ने कुछ भी जवाब नहीं दिया।

अंत में उच्च पुरोहित ने प्रभु यीशू को कहा कि वह पवित्र शपथ लेकर उत्तर देने का आदेश देते हुए कहा – “मैं, तुम्हें ईश्वर के नाम का वास्ता देकर तुम्हें आदेश देता हूँ कि तुम हमें बताओं कि क्या तुम्ही एकमात्र अभिषिक्त व्यक्ति, परमेश्वर के पुत्र हो?” यीशू ने सकारात्मक उत्तर देते हुए कहा कि “तुमने कहा है और समय आने पर तुम देखोगे कि स्वर्ग के बादलों के बीच मनुष्य का पुत्र सर्वशक्तिमान के दाहिनी ओर बैठा है।”उच्च पुरोहित ने यीशू को ईश्वर की निंदा का दोषी ठहराया और सर्व सम्मति से यीशू को मौत की सज़ा सुनायी।पीटर ने भी पूछताछ के दौरान यीशू को पहचानने से तीन बार इनकार किया। यीशू पहले से ही जानते थे कि पीटर उन्हें तीन बार पहचानने से इनकार करेगा।यीशू यह भी जानते थे कि यहूदा चाँदी के टुकड़ों के के कारण विश्वासघात करेगा।प्रभु यीशू को सूली पर चढ़ाया गया,उन्हें बहुत यातनाएँ दी गईं।उन्होंने इन यातनाओं को इसलिए सहा ताकि मानवता की रक्षा हो सके,लोग खुश रह सकें। गुड फ्राइडे को दुःख, तपस्या और उपवास के दिन के रूप में मनाया जाता है।इसलिए एक पुरानी कहावत सत्य प्रतीत होती है कि गुड फ्राइडे के बिना ईस्टर कहाँ !

अर्थात बिना दुख के सुख कहाँ ! प्रभु ने दुख सहा ताकि हम सब सुख से रह सकें।इस दिन बहुत से लोग यह इच्छा व्यक्त करते हैं कि उनका हृदय सबके लिए खुला हो,दयालु हो और जैसे प्रभु ने सबको प्रेम किया वैसे ही उनके हृदय में भी समस्त मानवता के लिए प्रेम हो।प्रश्न यह उठता है कि हम अपने दिल को समस्त मानवता के लिए कैसे खोलें ? जब तक हमारे हृदय में दया-भाव न हो तबतक हम अपने हृदय को उन्मुक्त नहीं कर सकते हैं।मानवता के लिए प्रभु को सूली पर चढ़ाए जाते हुए देखकर हमारा दिल द्रवित हो जाता है और हमारे हृदय में करुणा और दया का भाव जाग्रत हो जाता है।मानवता की सेवा से बढ़कर कुछ भी ऐसा नहीं है जो हमें आत्मिक सन्तुष्टि दे।यह प्रेम,दया और करुणा का भाव प्रभु यीशू की कृपा से ही आता है जिससे हम दीन-दुखियों की सेवा कर सकते हैं।वास्तव में दीन-दुखियों में सूली पर चढ़े प्रभु की ही छवि दिखती है।मानव जाति के लिए प्रभु यीशू के प्रयास को याद करने का सही समय दोपहर के बारह बजे से तीन बजे का है ; क्योंकि इस समय ही प्रभु यीशू पवित्र क्रूस पर थे।ये तीन घण्टे आवर्स ऑफ एगोनी कहलाते हैं।इस समय हम जहाँ कहीं भी हों एक मिनट के लिए मौन धारण कर मानवता के लिए प्रभु के किए गए प्रयासों को याद करें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।

ईश्वर का प्रेम कितना महान है ! इससे पहले कि मैं उनका नाम जनता उन्होंने मुझसे प्रेम किया।उन्होंने मुझे लुभाया,मेरा पीछा किया,मुझे उलझाया और मेरे दिल पर कब्जा कर लिया।उसने कैंडल लाइट डिनर से अपने प्रेम का प्रदर्शन भी नहीं किया।गुड फ्राइडे केवल ईसाई धर्म तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह समस्त मानव जाति के लिए है ,मानवता की रक्षा के लिए प्रभु के प्रयासों को याद करने का दिन है।सूली पर लटकाए जाने के तीसरे दिन प्रभु यीशू पुनः जी उठे।पुनरुत्थान का यह दिन ईस्टर के रूप में रविवार को मनाया जाएगा।

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