जिंदगी अपनी है लेकिन जीना दूसरों के लिए है यही जिंदगी का सत्य है– फादर पी०विक्टर

हार्टमन
इण्टर कॉलेज
हार्टमनपुर
गाजीपुर
में
आशीर्वाद समारोह
का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कक्षा 12 के छात्र–छात्राओं के स्वागत से हुआ जिसकी शुरुआत सभी छात्र-छात्राओं को टीका लगाकर किया गया ।तत्पश्चात प्रत्येक छात्र-छात्राओं को एक-एक गुलाब का फूल एवं एक-एक मोमबत्ती प्रदान किया गया।

श्रद्धेय फादर पी० विक्टर , वरिष्ठ अध्यापकों एवं कक्षा 12 के सभी छात्र-छात्राओं ने महान विभूतियां जैसे महात्मा गांधी, सेंट मदर टेरेसा, लाल बहादुर शास्त्री,पंडित जवाहरलाल नेहरू आदि की प चित्रों पर पुष्प अर्पित करते हुए मोमबत्तियो को बगल में लगाया गया। लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ छात्रावास के बालकों द्वारा प्रार्थना गीत से हुआ।

तत्पश्चात नर्सरी से 12वीं तक पढ़े विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय में बिताए अपने अनुभव को साझा किया गया। कक्षा 9 की बालिकाओं द्वारा मनमोहक नृत्य "भगवान कहां है रे तू...." गीत पर प्रस्तुत किया गया।अमिताभ सुमन, विज्ञान अध्यापक द्वारा विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपने विचार प्रकट किया गया।

कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में फादर पी० विक्टर ने अपने आशीर्वचन में बताया कि लोग कहते हैं कि दुनिया बदलती है लेकिन हकीकत में इंसान बदलता है ।देखा जाए तो हम इंसान हर चीज को बदल रहे हैं। जिंदगी एक सफर है जिसमें कुछ लोग जल्दी सफल होते हैं और कुछ लोग बहुत देर बाद सफल होते हैं लेकिन हमें उसे खुश रहकर परिश्रम जारी रखते हुए जीना है।

उन्होंने सभी विद्यार्थियों को एक मूल मंत्र देते हुए बताया कि आप जहां भी रहे स्वस्थ रहे, व्यस्त रहे एवं मस्त रहें। कार्यक्रम का समापन सबको जलपान कराकर किया गया।
