June 18, 2025

ईश्वर देता है और क्षमा करता है किंतु मनुष्य प्राप्त करता है और भूल जाता है– फादर पी० विक्टर

हार्टमन इंटर कॉलेज, हार्टमनपुर, गाजीपुर में ख्रीस्त जयंती समारोह मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रद्धेय फादर पी विक्टर, हार्टमन इंटर कॉलेज, हार्टमनपुर, गाजीपुर द्वारा चरनी अर्थात ईसा मसीह के जन्मस्थल में स्थित प्रभु की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं आरती से किया गया।

तत्पश्चात श्रीराम,संस्कृत प्रवक्ता द्वारा ईसा मसीह के जन्म तथा जीवन की कठिनाइयों पर प्रकाश डाला गया।हार्टमनपुर छात्रावास के बालकों द्वारा “कैरेल सिंगिंग” अर्थात ईश–गीतों का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसके उपरांत प्राइमरी प्रभाग की बालिकाओं द्वारा सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसमें बच्चियों के परिधान में सम्मिलित सांता क्लाज की टोपी आकर्षण का केंद्र रहा।


कार्यक्रम के अगले चरण में जूनियर के छात्रों द्वारा प्रभु यीशु के जन्म पर आधारित लघु नाटिका प्रस्तुत किया गया। प्राइमरी की बालिकाओं द्वारा “यीशु पैदा हुआ……”गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा “जिंगल बेल जिंगल बेल……”गीत पर नृत्य जिसे जूनियर की बालिकाओं द्वारा बहुत ही उमंग एवं जोश के साथ प्रस्तुत किया गया जिसमें विद्यालय के सभी बालक एवं बालिकाओं ने एक सुर में ताली बजाकर गीत को और मनमोहक बना दिया।

जीत का उमंग चरम सीमा पर तब पहुंचा जब अचानक सांता क्लाज का आगमन हुआ। सांता क्लाज ने बच्चों को उपहार स्वरूप चाकलेट भेंट किये।
कार्यक्रम का समापन फादर पी० विक्टर के आशीर्वचन से हुआ। जिसमें उन्होंने क्रिसमस की सबको बधाइयां दी और बताया कि ईश्वर को इंसान बहुत परेशान करता है।मनुष्य इमारत, चर्च, मस्जिद और मंदिर बनाता है और ईश्वर को उसमें कैद करता है। मनुष्य आपस में नफरत, झगड़ा, ईर्ष्या, घृणा, बुराई आदि करता है जिससे ईश्वर परेशान होते हैं किंतु ईश्वर सदैव हमें प्यार करते हैं।

फादर पी०विक्टर ने अपने संबोधन का अंत एक सुंदर दोहे से किये जो इस प्रकार है “सागर की खोज में नदियों का जाना तजुर्बा है परंतु नदियों की खोज में सागर का आना अजूबा है।” सांस्कृतिक कार्यक्रम के समाप्ति के बाद विद्यार्थियों को मिष्ठान वितरण के साथ विदा किया गया।

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