हमारा संविधान सबसे पवित्र ग्रन्थ है,इसका सम्मान करना हमारा कर्त्तव्य है – फादर पी विक्टर

हमारा संविधान सबसे पवित्र ग्रन्थ है,इसका सम्मान करना हमारा कर्त्तव्य है – फादर पी विक्टर
गाजीपुर जनपद के बाराचवर ब्लाक क्षेत्र के हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमन पुर में संविधान दिवस मनाया गया।आज ही के दिन 1949 में हमारा संविधान बनकर तैयार हुआ और आंशिक रूप से प्रभावी हुआ।विद्यालय में छात्र-छात्राओं ने भारतीय संविधान पर प्रकाश डाला।विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने भारतीय संविधान को नमन करते हुए उसे सबसे पवित्र ग्रन्थ कहा।फादर ने बच्चों एवं शिक्षकों से अपने संविधान का आदर करने और धर्म ग्रंथ की तरह नियमित रूप से पढ़ने को कहा।फादर ने कहा कि जिस तरह हम अपने धर्मग्रंथ का पाठ करते हैं उसी भाव से हमें अपने संविधान का भी पाठ करना चाहिए ; क्योंकि हमारे संविधान में हर धर्मग्रंथों के सार तत्त्व को ग्रहण किया गया है।संविधान के द्वारा हम अपने अधिकार एवं कर्त्तव्य को जान सकते हैं।
धर्मग्रंथ की तरह हमारा संविधान करणीय एवं अकरणीय पर प्रकाश डालता है।यह हमें देश,धर्म,समाज,पर्यावरण रक्षा के साथ-साथ स्वयं की रक्षा करना सिखाता है।यह हमें देश की एकता और अखंडता की रक्षा करना सिखाता है।हमने अपने ऊपर शासन करने के लिए स्वयं ही इस संविधान को बनाया है इसलिए इसके नियमों का पालन स्वेच्छा से करना चाहिए।संवैधानिक व्यवस्था पर आँच न आए इसलिए हर नागरिक को अपने संविधान को एवं संविधानिक अधिकारों को जानना होगा।इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिका कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रही।