हमें अपने मातृभाषा हिंदी पर गर्व करना चाहिए-प्रोफेसर सानंद सिंह
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सत्यदेव डिग्री कॉलेज के लॉ कॉलेज के सभागार में हिंदी दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि हिंदी के यशस्वी कवि यशवंत सिंह यश जी रहे ।यश जी ने दीप प्रज्वलित कर के मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ संगोष्ठी का शुभारंभ किया। प्रारंभ में ही यश जी का माल्यार्पण करते हुए उन्हें अंगवस्त्रम प्रदान कर सत्यदेव ग्रुप ऑफ कॉलेज के काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय और प्राचार्य डॉ रामचंद्र दुबे ने किया इस अवसर पर सत्यदेव इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य चंद्रसेन तिवारी ने हिंदी भाषा की श्रेष्ठता पर सार गरभीत संभाषण करते हुए एक बहुत ही सुंदर स्वरचित कविता कर्मयोगी सत्यदेव सिंह के संबंध में सुनाये ।
इस अवसर पर सत्यदेव डिग्री कालेज के हिंदी के आचार्य विजय शंकर जी ने हिंदी भाषा की गरिमा की जानकारी देते हुए एक स्वरचित कविता का भी वाचन किया। इस अवसर पर सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेज के प्रबंध निदेशक प्रोफेसर सानंद सिंह जी ने बोलते हुए कहा कि हमें अपने मातृभाषा हिंदी पर गर्व करना चाहिए पिछले 10 वर्षों में भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री जी जहां कहीं भी विदेश में गए वहां वह बिना दुभाषिए के गए उन्होंने अपने संभाषण हिंदी में दिए और उसका अनुवाद वहां के स्थानीय भाषा भाषी ने अपने भाषा में करके लोगों तक पहुंचाया। यह भारत के लिए गर्व की बात है उन्होंने अपने संस्मरण में सुनाया की जब वे कश्मीर से कन्याकुमारी तक 13 राज्यों के पदयात्रा पर निकले थे तो उनके साथी सभी भाई हिंदी में ही सभी जगह संवाद करते रहे उन्हें कहीं कोई कठिनाई नहीं हुई उन्होंने छात्र-छात्राओं से अनुरोध किया की वह हिंदी के संवर्धन हेतु अपना प्रयास निरंतर जारी रखें सत्यदेव डिग्री कॉलेज को कल ही ला के 3 वर्षीय कोर्स की अनुमति प्राप्त हुई इसके लिए उन्होंने सभी को बधाई दिया अंत में प्रबंधक महोदय ने सभी आगंतुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया साथ ही विद्यार्थियों को धैर्य के साथ लंबे समय तक कार्यक्रम में लगे रहने के लिए धन्यवाद दिया ।
इसके साथ ही सभा के समापन की घोषणा भी की ।पूरे सभा का संचालन सत्यदेव डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर रामचंद्र दुबे जी ने किया इस कार्यक्रम में सत्यदेव डिग्री कॉलेज के लिए नव नियुक्त उप प्राचार्य श्री नवनीत वर्मा को पुष्प माला बनाकर एवं अंगवस्त्रम प्रदान कर उनका इस परिसर में अभिवादन और सम्मान प्रबंधक महोदय और काउंसलर महोदय तथा प्राचार्य द्वारा किया गया ।
इस तरह पूरा कार्यक्रम निर्बाध रूप से करीब 3 घंटे तक चला।