कर्मचारी नेता स्व०डीएन सिंह की 58 वीं जयंती पर दी गई श्रद्धांजलि.

गाजीपुर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री और जिलाध्यक्ष रहे कर्मचारी नेता स्वर्गीय डीएन सिंह की 58वीं जयंती शुक्रवार को फुल्लनपुर स्थित आवास पर श्रमिक उत्थान समिति के तत्वधान में मनाई गई। वक्ताओं ने डीएन सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्वक याद किया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संरक्षक अरविंद नाथ राय ने बताया कि डीएन सिंह जीवन पर्यन्त कर्मचारी, मजदूरों की आवाज बनकर हजारों कर्मचारियों, मजदूरों के लिए कठोर संघर्ष करते रहे। इस दौरान उन्होंने कई बार लम्बी भूख हड़ताल भी की। कर्मचारी हितों की खातिर हमेशा लड़ाई लड़ने वाले ऐसे कर्मचारी नेता आदर्श प्रतिमान स्थापित करते हैं।
उनके कार्यों व पदचिन्हों पर चलने से ही कर्मचारी तथा समाज का भला हो सकेगा। योगगुरु शिवशंकर राय ने भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि स्व. डीएन सिंह कुशल कर्मचारी होने के साथ-साथ कुशल नेता भी थे। उन्होने अपना पूरा जीवन संघ के लिए समर्पित कर दिया। विकट परिस्थितियों में भी वे सिंचाई संघ और परिषद को मजबूत करने में लगे रहे।
सिंचाई संघ के मण्डल अध्यक्ष श्रीकांत राय ने कहा कि नलकूप विभाग में उनके अध्यक्ष रहते हुए कर्मचारियों के सेवा नियम बनाने एवं वेतन भत्तों में सुधार हेतु कई आंदोलन उनके नेतृत्व में सफलता पूर्वक लड़े गए। यही कारण है कि आज भी उन्हें याद किया जाता है। नारायण उपाध्याय ने बताया कि जब भी कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात हुआ, डीएन सिंह ने घर परिवार को त्याग कर आंदोलन की राह पकड़ ली। कर्मचारियों के हित के लिए न दिन की परवाह करते थे और ना ही रात की। उनकी यही खासियत उन्हें एक श्रमिक नेता की छवि प्रदान की और इसी वजह से वे जिले के अधिकारियों के दिलो-दिमाग पर छा गए कि डेढ़ दशक तक कर्मचारियों का उत्पीड़न नहीं हुआ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मण्डल अध्यक्ष डीएस राय ने कहा कि डीएन सिंह के संघर्षो द्वारा हासिल की गई सुविधाओं को वर्तमान निरकुंश सरकारें छीन रही हैं, वर्तमान परिदृश्य में सरकारों के खिलाफ संघर्ष ही डीएन सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। परिषद चेयरमैन बालेन्द्र त्रिपाठी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डीएन सिंह ने कर्मचारियों के लिए मौलिक सिद्धान्त व मापदण्ड स्थापित किए हैं, जिन्हें कर्मचारी जीवन पर्यन्त नहीं भूल सकते।
समिति के अध्यक्ष चौधरी दिनेश चंद्र राय ने उनको याद करते हुए कहा कि वह कर्मचारियों के किसी भी हद तक जाकर सम्मान के लिए लड़ाई लड़ने को तैयार रहते थे। जयंती के मौके पर गायत्री सिंह ने गरीब छात्रों को पठन सामग्री वितरित किया और भोजन कराया गया। इस मौके पर श्रीनिवास चौबे, शिवकुमार सिंह, प्रकाश चन्द्र राय, गुप्तेश्वर तिवारी, प्रभुनाथ राय, विजय शंकर राय, रविन्द्र नाथ तिवारी, राकेश पाण्डेय, कृष्ण कुमार मिश्र, रत्नेश राय, आशुतोष पाण्डेय, अशोक कुमार, राजीव कुमार सिंह, रमाकांत, राजवीर सिंह आदि मौजूद रहे।