June 19, 2025

जब-जब धरती पर पाप, अत्याचार बढ़ता है,तब धरती पर प़भु स्वयं अवतार लेते है -आचार्य दयाशंकर शास्त्री

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जब-जब धरती पर पाप, अत्याचार बढ़ता है,तब धरती पर प़भु स्वयं अवतार लेते है -आचार्य दयाशंकर शास्त्री

गाजीपुर जनपद के भांवरकोल क्षेत्र के अवथहीं गांव स्थित काली मन्दिर पर नौ दिवसीय लक्ष्मी-नारायण महायज्ञ कें यज्ञाधीश आचार्य पंडित दयाशंकर शास्त्री ने भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव की कथा सुनाया। उन्होंने कृष्ण जन्म के प्रसंग शुरू होते ही पांडाल में मौजूद श्रद्धालु नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजनों के साथ झूम उठे। कथावाचक आचार्य पंडित दयाशंकर शास्त्री महाराज ने कहा की जब जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। मनुष्य इस सांसारिक मोह में फस कर अपने जीवन को व्यर्थ गंवा देता है। मनुष्य अपने मन के कुविचारों को निकाल कर परमेश्वर का ध्यान लगाता है तो वह मोक्ष की प्राप्ति करता है। कथा के दौरान फूलों की होली खेली गई और भगवान श्री कृष्ण के जयकारों के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान कथा पंडाल को भव्य तरीके से सजाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने के लिए पहुंचे थे। आयोजन में प्रमुख रूप से जयकृष्ण राय,विजयशंकर पांन्डेय, सुभाष यादव, ओमप्रकाश राय गुड्डू, हरिओम पान्डेय आदि शामिल रहे ।

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