भक्ति सारे सुखों की खान है-फलाहारी बाबा

भक्ति सारे सुखों की खान है-फलाहारी बाबा
गाजीपुर जनपद के डीहवां स्थित दुर्गा मंदिर के परिसर में आयोजित सरस संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में अयोध्या से पधारे मानस मर्मज्ञ भागवत वेत्ता श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री शिवराम दास जी उपाख्य फलाहारी बाबा ने अपने मुखारविंद से भागवत रूपी कथा मृत का रसपान कराते हुए उपस्थित श्रोताओं से
कपिल भगवान के अवतार की कथा सुनाते हुए कहा कि कर्दम ऋषि और देवहुति को पहले नव कन्या हुई उसके बाद कपिल भगवान अवतार लिए।
9 भक्ति जब हमारे जीवन में परिपूर्ण हो जाती है तब भगवान का अवतार होता है यानी साक्षात्कार होता है सानिध्य प्राप्त होता है। भागवत में 9 भक्ति श्रवण कीर्तन भगवान का स्मरण पाद सेवन अर्चन बदंन साख्य भाव दास भाव और शरणागति है। श्रवण में परीक्षित कीर्तन में प्रभु चैतन्य स्मरण में प्रहलाद पाद सेवन में लक्ष्मी और अर्चन में पृथु राजा बदंन में अक्रूर जी दास में हनुमान जी समर्पण में राजा बलि का नाम उदाहरण है। भक्ति सारे सुखों की खान है मन का पेट इतना बड़ा है कि यह कभी भरता नहीं जब भी भरेगा मनमोहन से ही मन भरेगा पूर्ण से ही पूर्णता की प्राप्ति होती है और पूर्ण सिर्फ एक ईश्वर है।
ईश्वर को पाना नहीं पहचाना कठिन है। ईश्वर सर्वत्र व्याप्त है और प्राप्त भी है। मंदिर के कपाट बंद होने पर भी भगवान बंद नहीं होते भाव से बंद होते हैं।और श्रद्धा से प्रकट होते हैं। फलाहारी बाबा ने कथा में वामन भगवान का प्रसंग सुनाया।इस अवसर पर खुबसूरत झांकी भी प्रस्तुत की गई। वाराणसी से पधारे सुप्रसिद्ध गायक रिंकू रसिया के भजन से उपस्थित श्रोता झूम उठे।
श्रीमद् भागवत कथा समय संध्या 6:00 बजे से 9:00 बजे तक स्थान डीहवां ग्राम पंचायत भवन दुर्गा जी का मंदिर परिसर में 16 मई तक कथा चलेगी। कथा में मुख्य यजमान राधेश्याम मिश्रा, विनोद कुमार गुप्ता ग्राम प्रधान शिवमंगल यादव, शशिधर उपाध्याय,गोविंद उपाध्याय, मनोज उपाध्याय, राहुल उपाध्याय, हरि भजन कुशवाहा, दीपक कुशवाहा, राज किशोर सिंह, रामनारायण सिंह, विनय मिश्रा, यशवंत सिंह पत्रकार समेत भारी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।