किसी भी कार्य को अगर मन लगाकर साधन और तपस्या मान कर करेगा, तो एक न एक दिन उसे मंजिल मिल जाती है-प्रोफेसर सानंद सिंह

किसी भी कार्य को अगर मन लगाकर साधन और तपस्या मान कर करेगा, तो एक न एक दिन उसे मंजिल मिल जाती है-प्रोफेसर सानंद सिंह
गाजीपुर -बहेरवा बाबा, डे नाइट कबड्डी सपोर्टिंग क्लब चौरही,, ब्लॉक सदर, गाजीपुर द्वारा आयोजित रात्रि कालीन कबड्डी प्रतियोगिता का शानदार समापन समारोह आयोजित हुआ ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस गाजीपुर के प्रबंध निदेशक डॉक्टर सानंद सिंह रहे ।
कार्यक्रम के आयोजक वोरसिया चौरही के पूर्व प्रधान रमेश यादव और अनेक गांवों के ऊर्जावान क्रांतिकारी साथी थे।फाइनल मैच, गुरुकुल एकेडमी डिहवा और महारे धाम, के बीच हुआ।
जिसमें महारे की कबड्डी टीम प्रथम स्थान प्राप्त करके ,विजेता घोषित हुई ।विजेता टीम को नगद धनराशि ₹5000, सील्ड और सम्मान चिन्ह प्रदान करके स्वागत किया गया ।।
उपविजेता को₹3000 के नगद धनराज शील्ड और सम्मान चिन्ह प्रदान किया गया ।।
तृतीय स्थान पर कबड्डी के इस डे नाइट प्रतियोगिता में नौली के खिलाड़ी रहे। जिन्हें₹2000 के नगद धनराशि ट्रॉफी और स्मृति करके सम्मानित किया गया ।।
कार्यक्रम में प्रोफेसर सानंद सिंह ने खिलाड़ियों गांव के बुजुर्गों नौजवानों को संबोधित करते हुए उत्साह पूर्वक भारत की प्राचीन खेल कबड्डी में प्रतिभा करने का मूल मंत्र दिया ।
डॉ सानंद सिंह ने बताया कि जीवन में जो भी व्यक्ति जिस किसी भी कार्य को, मन लगाकर करता है, उसको वह साधन और तपस्या मानता हो, एक न एक दिन उसे मंजिल मिल जाती है ।।
खिलाड़ी गांव से निकलता है ।फिर जिले के लिए खेलता है फिर प्रदेश के लिए खेलता है ।
और एक न एक दिन यह है अवसर उसकी मेहनत के बल पर उसे भारत के लिए खेलने के लिए प्राप्त हो जाता है ।
मुझे खुशी है कि गांव के आज भी नौजवान इस ग्रामीण अंचल में कबड्डी के खेल को रात भर खेल करके एक बड़ा संदेश देने का काम किए हैं ।
नौजवानों कभी उदास मत होना ।
भले ही आज समस्याएं हैं लेकिन जो नया भारत आ रहा है, वह पूरी तरह से संपन्न भारत है जहां समस्याएं कम होगी और गांव के लोग और खिलाड़ी बेहतर निकलेंगे ।
यह खेल के मैदान हैं ।
जहां से जाति और मजहब की दीवारें दूर हो जाती हैं ।
और हम सब एक परिवार के होकर के खेलने लगते हैं । इसलिए मेरा विश्वास है की अधिक से अधिक लोगों को खेल के लिए अपना समय और महत्व देना चाहिए।
आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ,रमेश यादव, अजय यादव ,राहुल ,रामदेव ,गुलाब, दीपक, देवेंद्र यादव ,पप्पू यादव राजकुमार ,नंदकुमार राम ,बसंत निषाद ,उमन निषाद ,करीम खान, काजू खान, दिग्विजय उपाध्यक्ष राम जी गिरी ,श्यामदेव , आदि ने सहयोग किया