June 18, 2025

महात्मा गांधी और शास्त्री जयंती के उपलक्ष्य में भाषण, निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन

आज दो अक्टूबर के अवसर पर ताज पब्लिक स्कूल में महात्मा गांधी और शास्त्री जयंती के उपलक्ष्य में भाषण, निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिस का शीर्षक गांधी और शास्त्री जी के विचार और स्वच्छता अभियान रहा। बच्चों ने इस प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। अपने भाषण में बच्चों ने महात्मा गांधी और शास्त्री जी के सादे जीवन और उन के विचार के अलावा स्वतंत्रता आंदोलन में दोनों महापुरुषों के योगदान का भी उल्लेख किया।कई बच्चों ने स्वच्छता अभियान के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए और अपने घर ,विद्यालय और आस पास के परिवेश में फेंके वाले कचरे के निस्तारण जैसी समस्या के बारे में बोलते हुए अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन करने को कहा।

भाषण देने वाले बच्चों में ,हिबा मसूद , पूर्वी सिंह ,जेसिका भारद्वाज,अंशिका जायसवाल , आंचल जायसवाल , अंजली यादव, रक्षिता पांडे, श्रुति पांडे तरन्नुम आरा , सोनम भारद्वाज , सामिया रशीद ,खुशी सिंह प्रमुख थे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक डा० रियाजुद्दीन अंसारी ने दोनों महापुरुषों के योगदान को याद करते हुए महात्मा गांधी के बचपन में देखे गए सत्यवादी हरिश्चन्द्र के नाटक का उल्लेख करते हुए बताया कि किस प्रकार उस नाटक के बाद महात्मा गांधी ने हमेशा सच बोलने का प्रण लिया और इस पर जीवन भर अडिग रहे। शास्त्री जी का सादा जीवन ऐसा था कि मृत्यु के बाद भी उन का ना कोई अपना मकान था ना ही संपति। उन्होंने अपना सारा जीवन देश की सेवा में लगा दिया। उन्होंने बच्चों के भाषण की प्रशंसा की और इसी प्रकार आगे बढ़ चढ़ का भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। विद्यालय के डायरेक्टर डा० मसूद अहमद ने अपने भाषण में दोनों महापुरुषों को याद करते हुए वर्तमान परिवेश में उन के आदर्शों पर चलने का आह्वाहन करने की बात कहते हुए कहा कि वर्तमान में देश और पूरी दुनिया में कचरे की प्रबल समस्या खड़ी हो गई है। स्वतंत्रता से पहले उस समय की मांग अंग्रेजों से गुलामी से भारत को छुड़ाना था जिस का काम इन महापुरुषों ने किया और देश को सम्मानजनक स्थिति में ला कर खड़ा कर दिया।

मगर उस के बाद वर्तमान में जो सब से बड़ी समस्या है जिस का पर्यावरण और मानवता दोनों पर गंभीर असर पड़ रहा है वह हमारे द्वारा फैलाया गया कचरा , प्लास्टिक का अत्यधिक इस्तेमाल और ई कचरा है। लाखों बोतल , पॉलीथीन, कंप्यूटर ,टीवी , रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशन जो बेकार हो जाने पर उसका निस्तारण एक विकट समस्या है और जिस की अभी सरकार के पास भी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। आने वाले समय में ई रिक्शा की बेकार बैटरी भी एक समस्या खड़ी करेंगी। घर का कचरा सही जगह न फेंकना ,बाहर जा कर शौच करने से टायफाइड जैसी बीमारी तेजी से फैल रही है। इस के अलावा सब से अनमोल जल का हम बहुत दुरुपयोग कर रहे हैं जिस पर अगर जल्द जागरूक न हुए तो आने वाली नस्लें हमें कभी माफ नहीं करेंगी। जल का स्तर कम वर्षा से लगातार घट रहा है मगर हम और गहरी बोरिंग करा कर निश्चिंत हो कर अनावश्यक पानी बहा रहे हैं। यह सभी समस्याएं वर्तमान की ऐसी समस्या है जिस के लिए देश के सभी नागरिकों की जिम्मेदारी के साथ भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के हिंदी के शिक्षक अखिलेश यादव ने किया और अपनी कविता से बच्चों ,अभिभावकों और शिक्षकों का अभिनंदन भी किया। विद्यालय के शिक्षक शशिकांत सिंह , राधेश्याम यादव , धनंजय यादव , हाफिज असद, प्रवीण सिंह ,अमित राय,मेहदी हसन,हारून रशीद, फिरोज़ अंसारी , राजमणि वर्मा, प्रदीप कुशवाहा , प्रभात राय तथा शिक्षिका विजय श्री पांडेय, सरोज पांडेय , अस्बा फिरोज़, अनिता यादव , शाजिया खानम , अज़का फिरोज़, अर्पिता बरनवाल, पूनम कुशवाहा ,अदिति गुप्ता , अंशु सिंह , अनु सिंह , नेहा यादव, प्रियंका यादव , पूजा भारद्वाज और अभिभावक गण इस अवसर पर गोष्ठी को कामयाब बनाने में अपना योगदान दिया दिया। ।

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