जिवत्पुत्रिका व्रत पर शास्त्रीय निर्णय जिउत्पुत्रिका व्रत जिउतिया दिनांक 06/10/2023 को ही होगा और 07/10/2023 को नवमी तिथि दिन में 10:21पर हो जाने के बाद पारण होगा-आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी

जिवत्पुत्रिका व्रत पर शास्त्रीय निर्णय जिउत्पुत्रिका व्रत जिउतिया दिनांक 06/10/2023 को ही होगा और 07/10/2023 को नवमी तिथि दिन में 10:21पर हो जाने के बाद पारण होगा-आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी
जिवत्पुत्रिका व्रत पर शास्त्रीय निर्णय जिउत्पुत्रिका व्रत जिउतिया दिनांक
06/10/2023 को ही होगा और 07/10/2023 को नवमी तिथि दिन में 10:21पर हो जाने के बाद पारण होगा। आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी ने बताया की
सर्वप्रथम जीउतपुत्रिका व्रत कथा के आधार पर आश्विन मास के कृष्ण पक्ष कि शुद्ध अष्टमी तिथि को यह व्रत करना चाहिए और नवमी में पारण करना चाहिए।यह व्रत प्रदोष व्यापीनी भी है……… भविष्य पुराण के अनुसार — आश्विन कृष्ण अष्टमी जीवित्पुत्रिका ..
ईषे मास्यसिते पक्षे चाष्टमी या तिथि भवेत्।
पुत्रसौभाग्यदा स्त्रिणाम् ख्याता सा जीवपुत्रिका।
शालीवाहनराजस्य पुत्रो जिमूतवाहन:।
तश्याम् पूज्य स नारिभी पुत्रसाभाग्यलिप्सया।
यह अष्टमी प्रदोष व्यापीनी ग्राह्य है
प्रदोष समये स्त्रिभी:पूज्यो जीमुतवाहन:।
पुष्करिणीम् विधायाथ प्रांगणे चतुरस्रिकाम्।
यदि अष्टमी प्रदोष में दो दिन हों तो काल कि प्रधानता और नवमी में पारणा के अनुरोध से दूसरे दिन व्रत करें, पूर्व दिन व्रत करने पर अष्टमी में पारणा करनी पड़ेगी जो दूषित है अष्टमी के समाप्त होने पर रात्रि में पारणा करनी होंगी जो निसिद्ध है इसलिए दो उपवास करना पड़ेगा।
यदि अष्टमी पूर्व दिन प्रदोष में रहे, दूसरे दिन न रहे तो
विष्णु धर्मोत्तर के अनुसार पूर्व दिन हीं व्रत करें अष्टमी समाप्त होने पर पारणा करें।
पूर्वेद्युपरेद्यूर्वा प्रदोषे यत्र चाष्टमी।
तत्र पूज्य सदास्त्रिभी राजा जीमुतवाहन:।*
जीवितपुत्रिका व्रत दिनांक 06/10/2023 को ही होगा और
पारण 07/10/2023 को नवमी तिथि दिन में 10:21मिनट पर हो जाने के बाद