लखनऊ एवं प्रदेश के अन्य जिलों में निरंतर विगत 40 वर्षों से साइकिल से यात्रा कर कर रहे जागरूक

लखनऊ एवं प्रदेश के अन्य जिलों में निरंतर विगत 40 वर्षों से साइकिल से यात्रा कर कर रहे जागरूक
आज विश्व गौरैया दिवस है।पर्यावरण संरक्षण में गौरैया का महत्वपूर्ण स्थान है खपरैल के मकान समाप्त होने तथा कंक्रीट के जंगल बनने से गौरैया का अस्तित्व संकट में है पर्यावरणविद गौरैया संरक्षण के लिए अपने अपने स्तर से निरंतर प्रयास कर रहे हैं प्रख्यात पर्यावरणविद एवं गाजीपुर के बैजलपुर गांव के मूल निवासी कृष्णानंद राय गौरैया संरक्षण के लिए गाजीपुर राजधानी लखनऊ एवं प्रदेश के अन्य जिलों में निरंतर विगत 40 वर्षों से साइकिल से यात्रा कर अभियान चला रहे हैं उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पर्यावरण सलाहकार पर्यावरणविद कृष्णानंद राय ने गौरैया चालीसा की भी रचना की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि चू चू करती गौरैया रानी मुझे भी दे दो दाना पानी सब को सुबह जगाती हूं सबके घर पर जाती हूं कृष्णानंद राय आम जनमानस को अपने गले में गौरैया संरक्षण का स्लोगन लगाकर संदेश देते हुए चलते हैं तथा साथ में पौधे भी वितरित करते रहते हैं जिससे गौरैया को को पुनः संरक्षित किया जा सके।