सर्दियों में स्ट्रॉबेरी खाने से होते हैं ये जबरदस्त फायदे, क्या जानते हैं आप?

सर्दियों में बाजारों में कई सारे फल आ जाते हैं. हमेशा ये कहा जाता है कि मौसमी फलों का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि इसमें कई सारे गुण होते हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं
सर्दियों में स्ट्रॉबेरी खाने से होते हैं ये जबरदस्त फायदे, क्या जानते हैं आप?
भारत में अब बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी की खेती हो रही है.
सर्दियों में स्ट्रॉबेरी की भरमार होती है और दिसंबर से लेकर फरवरी तक के महीने में ये स्वादिष्ट स्ट्राबेरी आपके पास पहुंच जाती हैं. सर्दियों में अगर आप अपनी डाइट में स्ट्रॉबेरी को शामिल करते हैं तो ये आपके शरीर में कई तरह के मिनरल्स और विटामिन्स की कमी को पूरा कर सकती है. इसे खाने से आपके शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं.

स्ट्रॉबेरी खाने के फायदे
स्ट्रॉबेरी में विटामिन और फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. इसमें भारी मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेंट्स भी होते हैं जिन्हें पोलीफेनॉल्स कहा जाता है.
इसमें सोडियम, फैट, कोलेस्ट्रॉल नहीं होता और ये लो कैलोरी फूड होता है.
स्ट्रॉबेरी में मैग्नीज, विटामिन सी, पोटैशियम और विटामिन बी9 होता है.
ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए भी अच्छा माना जाता है और इसलिए स्ट्रॉबेरी को सीजन में जरूर खाना चाहिए.
अगर आप ताजा स्ट्रॉबेरी ले सकें तो ये अच्छा रहता है क्योंकि इससे दिल संबंधी होने वाली बीमारी और डायबिटीज से छुटकारा मिल सकता है.
स्ट्रॉबेरी आप किसी भी तरीके से खा सकते हैं, लेकिन आप इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें.
किस तरह करें अपनी डाइट में शामिल?
अगर आप स्ट्रॉबेरी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो वैसी कोई भी समस्या नहीं है. इसे आप ऐसे ही खा सकते हैं या फिर फ्रूट सलाद में इसे हिस्सा बना लें. आप चाहें तो इसका इस्तेमाल स्मूदी में डालकर भी कर सकते हैं.
इससे होने वाले फायदे और नुकसान
स्ट्रॉबेरी खाने से ढेरों फायदे आपके शरीर को होते हैं. साथ ही इसके कई नुकसान भी हैं. अगर आप स्ट्रॉबेरी का सेवन जरूरत से ज्यादा करते हैं तो ये आपके शरीर में शुगर की मात्रा को बढ़ा देगा क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. इसके ज्यादा सेवन से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है. इस फल में पेस्टिसाइड्स ज्यादा मात्रा में हो सकती है. हालांकि, ये कैसे उगाया गया है सब कुछ उस पर निर्भर करता है. आप इसका इस्तेमाल सही रूप से और सीमित करें।