बृहद गौ संरक्षण केन्द्र करीमुद्दीनपुर
बना गोवंश के लिए नरक

गाजीपुर जनपद के बाराचवर ब्लाक की सबसे बड़ी ग्राम सभा करीमुद्दीनपुर में स्थित बृहद गौ संरक्षण केन्द्र जिन्दा गाय एवं गोवंश के लिए यातना गृह एवं नरक से कम नहीं हैं।यहां सफाई,दवाई,चारा,भूंसा एवं उचित देखभाल सब भगवान भरोसे है।

शनिवार को एक साथ यहां गौशाला के अंदर लगभग आधा दर्जन गोवंश आखिरी सांस लेते दिखाई दे रहे थे।सबसे बड़ी यातना यह देखने को मिली की जिवित अवस्था में कौवा गोवंश के आंखों को फोड़ दिये थे और उनके शरीर पर जगह जगह घाव पैदा कर के उनको असहनीय यातना देने का कार्य कर रहे थे।उनके असहाय स्थिति का फायदा कुत्ते भी उठाने से नहीं चूक रहे हैं।

गौशाला के पास ही करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन के पास पशु हास्पिटल भी स्थित है। लेकिन पशुओं का उचित एवं समय पर ईलाज नहीं हो पा रहा है।
जब कभी जिलाधिकारी, मुख्य बिकास अधिकारी, उपजिलाधिकारी का दौरा होता है तो साफ सफाई कर के गौशाला का निरिक्षण करा दिया जाता है।कारण अधिकारियों के आने की सूचना यहां पहले ही मिल जाती है।

उत्तर प्रदेश सरकार की यह गौ संरक्षण योजना अधिकारी कर्मचारी की उदासीनता के चलते दम तोड़ती नजर आ रही है। करीमुद्दीनपुर स्थित गौशाला की घोर दुर्गंध का सामना गांव के सभी ग्रामीणों को मिश्र बाबा के पोखरे,मां काली स्थान, खलिहान में,एवम मां कष्टहरणी धाम दर्शन करने जाते आते समय करना पड़ता है।

गौशाला के बगल में ही उनको मरने के बाद दफन कर दिया जाता है। शनिवार को एक बछड़ा गोबर के गड्ढे में पता नहीं कबसे धंस गया था।वह निकलने का प्रयास करते करते पूरी तरह से लस्त हो गया था। लेकिन गौशाला पर उपस्थित किसी ने उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। संयोग वश गौशाला की ब्यवस्था को परखने जब कुछ पत्रकार वहां पहुचे तो वह बछड़ा गोबर के गड्ढे में सूस्त हालत में नजर आया।

फौरन पत्रकार मनीष भारद्वाज ने कपड़ा खोलकर गीले गोबर के गड्ढे में घुस कर बड़ी मशक्कत के बाद उस बछडे को बाहर निकाला। करीमुद्दीनपुर गौशाला की स्थिति से दूरभाष के माध्यम से जिलाधिकारी गाजीपुर एवं उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद को अवगत कराया गया है।अब देखना है की इस बृहद गोसंरक्षण केन्द्र की ब्यवस्था में क्या सुधार होता है।
