कल है अचला सप्तमी, नोट करें शुभ मुहूर्त और जानें महत्व

कल है अचला सप्तमी, नोट करें शुभ मुहूर्त और जानें महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि का अचला सप्तमी कहा जाता है. इस दिन लोग भगवान सूर्य का पूजन करते हैं और व्रत-उपवास करते हैं.
कहते हैं कि अचला सप्तमी के दिन व्रत रखने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं. आइए जानते हैं इस बार कब पड़ रही है अचला सप्तमी और पूजा का शुभ मुहूर्त.
अचला सप्तमी 2023 डेट और मुहूर्त
हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन अचला सप्तमी का व्रत आता है. इस बार सप्तमी तिथि 27 जनवरी को शुरू होगी और 28 जनवरी को सुबह 8 बजकर 43 मिनट पर इसका समापन होगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार 28 जनवरी 2023, शनिवार को अचला सप्तमी का व्रत रखा जाएगा. पूजा के दिन शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 25 मिनट पर शुरू होगा और सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक रहेगा
अचला सप्तमी का महत्व
अचला सप्तमी के दिन भगवान सूर्य देव का पूजन किया जाता है. इस दिन उनकी अराधना करने से भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि भगवान सूर्य, भक्तों को सुख-समृद्धि एवं अच्छी सेहत का वरदान देते हैं. इसलिए इसे आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है.
अचला सप्तमी पूजा विधि
सप्तमी की सुबह स्नान के पहले आक के सात पत्ते सिर पर रखें और सूर्य का ध्यान कर गन्ने से जल को हिला कर- ‘नमस्ते रुद्ररूपाय रसानां पतये नम:. वरुणाय नमस्तेऽस्तु’- पढ़ कर दीपक को बहा दें. स्नान के बाद सूर्य की अष्टदली प्रतिमा बना लें. उसमें शिव और पार्वती को स्थापित कर विधिपूर्वक पूजन करें. फिर तांबे के पात्र में चावल भर कर दान करें. जो लोग नदी में स्नान नहीं कर सकते, वे गंगा का स्मरण कर, गंगा जल डाल कर स्नान कर सकते हैं. सूर्य को दीपदान जरूर करना चाहिए.