निवर्तमान पोप वेनेडिक्ट सोलहवें की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना-सभा का आयोजन

निवर्तमान पोप वेनेडिक्ट सोलहवें की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना-सभा का आयोजन
पोप वेनेडिक्ट सोलहवें का जाना सम्पूर्ण विश्व के लिए अपूर्णीय क्षति – फादर पी विक्टर
सेंट जॉन्स स्कूल,सिद्दीकपुर,जौनपुर में दिवंगत निवर्तमान पोप वेनिडिक्ट सोलहवें की याद में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया जिनका देहावसान 31 दिसम्बर 2022 को वेटिकन सिटी में हुआ था।दिवंगत पूर्व पोप के अंतिम शब्द थे ‘ईश्वर मैं आप से प्रेम करता हूँ’।आपका जन्म 16 अप्रैल 1927 ई को मार्कटल,जर्मनी में हुआ था।19 अप्रैल 2005 से 28 फरवरी 2013 तक आपने पोप के रूप में कैथोलिक चर्च के प्रमुख की भूमिका निभाई।आपकी की स्मृति में आज के दिन सम्पूर्ण विश्व में प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है।
इसी क्रम में सेंटजॉन्स स्कूल के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया।प्रार्थना-सभा में गिरीश गुप्ता द्वारा दिवंगत पूर्व पोप के जीवन के बारे में जानकारी दी गई।श्रीमती दीप्ती कश्यप ने भावपूर्ण भजन प्रस्तुत किया।श्रीमती समीना फारूकी ने पवित्र ग्रन्थ का पाठ किया।श्रीमती सुनीता दुबे ने दिवंगत पोप के अंतिम शब्द ‘लार्ड आई लव यू’ पर विचार प्रकट करते हुए पोप के ईश्वरानुराग को दर्शाया।
दिवंगत आत्मा की शांति के लिए श्रीमती पूर्णिमा पाठक ने प्रार्थना किया।श्रीमती दीप्ती कश्यप के नेतृत्व में अध्यापिकाओं ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भजन गाया।प्रार्थना-सभा के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने दिवंगत पूर्व पोप की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया और कहा कि निवर्तमान पोप वेनेडिक्ट सोलह ने अपना सम्पूर्ण जीवन धर्म की सेवा में अर्पित कर दिया था,उनका जाना कैलिसिया एवं सम्पूर्ण विश्व के लिए अपूर्णीय क्षति है।
“पोप वेनिडिक्ट सोलहवें ने जर्मनी में रहते हुए नाजी विचारधारा के अत्याचार एवं दर्द को देखा और सहा था इसलिए जीवमात्र के प्रति करुणा एवं दया की विशेष भाव-धारा आपके हृदय में सदा प्रवाहित होती रहती थी।आप का जीवन कैलिसिया के साथ-साथ दीन दुखियों के लिए अर्पित रहा।”
आपके सम्मान में कैथोलिक चर्च द्वारा संचालित विश्व भर के समस्त स्कूल एवं कॉलेज कल 5 जनवरी को बंद रहेंगे। इस विशेष प्रार्थना सभा में विद्यालय के शिक्षक एवं कर्मचारियों ने उपस्थित होकर दिवंगत निवर्तमान पोप को पुष्पांजलि अर्पित किया।