June 20, 2025

भोजपुरी और हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार डा. विवेकी राय की जयंती पर लोगों ने किया याद

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भोजपुरी और हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार डा. विवेकी राय की जयंती पर लोगों ने किया याद

 

डा. राय की जयंती पर मूर्ति पर माल्यार्पण कर अर्पित किया गया श्रद्धा-सुमन

गाजीपुर। भोजपुरी और हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार विवेकी राय जी की जयंती भारतीय रेल प्रशिक्षण संस्थान में मनाई गई। इस मौके पर लोगों ने रेल प्रशिक्षण संस्थान में स्थापित उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। मूर्ति पर माल्यार्पण के उपरांत रेल संस्थान के सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद के साहित्यकारों और विद्वानों ने डा. विवेकी राय के जीवन पर प्रकाश डाला।


इस मौके पर व्यास मुनि राय ने विवेकी राय के संपूर्ण व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डा. राय मानते थे कि एक महान साहित्यकार को विषपाई होना पड़ता है। संपूर्ण विश्व उसके लिए एक परिवार की तरह होता है। रेल प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य एसके राय ने डा. विवेकी राय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके नाम पर रेल प्रशिक्षण संस्थान में मूर्ति के साथ-साथ एक पुस्तकालय भी स्थापित है, जिसमें उनकी यादों को संजोकर रखा गया है। अवथहीं इंटर कॉलेज के प्राचार्य प्रेम शंकर राय ने उनसे जुड़े संस्मरण सांझा किए। उनकी शिष्या डा. शकुंतला राय ने विद्यार्थी जीवन से जुड़े हुए अनेक संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वह अत्यंत सहृदय और मृदुभाषी थे।


डा. बीडी मिश्रा ने कालेज के दौरान उनके साथ बिताई यादों को सांझा करते हुए कई संस्मरण सुनाए और बताया कि हमने कभी उनको क्रोध करते हुए नहीं देखा। विवेकी राय पर काव्य पाठ करते हुए साहित्यकार एवं अधिवक्ता सीताराम राय ने कहा कि “रोज-रोज तो रहते बानी संगत में अविवेकी के, एको दिन त संगत क लीं डाक्टर राय विवेकी के”। विवेकी राय जी का जन्म शताब्दी समारोह 2024 में मनाने के परिपेक्ष में साहित्यकार श्रीराम राय ‘कमलेश’ ने बताया कि 2024 में उनके जन्म शताब्दी समारोह को भव्य रूप से मनाने के लिए साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा विविध आयोजन किए जाने तथा उनके कृतित्व व्यक्तित्व पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण के लिए रूपरेखा तय की गई है।

डा. श्रीकांत पांडेय ने कहा कि डा. विवेकी राय से जो भी एक बार मिला, वह उनका होकर रह गया। इस अवसर पर डा. रामाश्रय राय, केशव राय, कुंदेन्दु आनंद राय, डा. जयश्री श्री, दिनेश चंद्र राय, यशवंत राय, अभिषेक सिंह, डा. गिरजा राय, माया राय, सच्चिदानंद राय, संतोष राय, संजय यादव, अच्युतानंद राय आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन प्रेस क्लब के सचिव शिवेंद्र पाठक और उपाध्यक्ष श्रीराम राय ‘कमलेश’ ने किया। संचालन साहित्यकार और केंद्रीय विद्यालय गाजीपुर के हिंदी प्रवक्ता नीरज राय ने किया। अंत में डा. विनीता राय ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।

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