पंचकोसी परिक्रमा तीसरे पड़ाव भभुअर पहुंची

पंचकोसी परिक्रमा तीसरे पड़ाव भभुअर पहुंची
लोगों ने ग्रहण किया चूड़ा दही का प्रसाद
बक्सर में पंचकोशी परिक्रमा मंगलवार को सदर प्रखंड के भभुअर गांव पहुंची। जहां कभी भार्गव मुनि का आश्रम हुआ करता था। यहां लोग भार्गेश्वर महादेव का दर्शन पूजन करते हैं। साथ ही चूड़ा-दही का प्रसाद भी ग्रहण करते हैं। यहां प्राचीन तालाब है। जिसमें लोग स्नान भी करते हैं। हालांकि फिलहाल यह अतिक्रमण की चपेट में है और इसकी महता कम होती जा रही है। जलकुंभी से पटे होने के कारण लोग इससे दूर हो रहे हैं। लेकिन मेले की महता आज भी बनी हुई है।
लोगों को उत्साहित करने और वर्षो पुरानी परंपरा को जीवंत रखने के लिए पंचकोशी परिक्रमा समिति से जुड़े संतों ने वहां का भ्रमण किया। बसाव मठ के महंत अच्युत प्रपन्नाचार्य जी, सीताराम विवाह आश्रम के महंत राजाराम शरण व अनेक संत महात्मा इसमें शामिल हुए। अब चौथे दिन का पड़ाव नुआंव में लगेगा। जहां उद्दालक मुनी का आश्रम हुआ करता था। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार यहां अजनी सरोवर है। जहां भगवान हनुमान की माता अंजनी ने भी तपस्या की है।