ईमानदारी और जिम्मेवारी से किया गया कर्म सुख और शांति दोनो देता है -फलाहारी बाबा

ईमानदारी और जिम्मेवारी से किया गया कर्म सुख और शांति दोनो देता है-फलाहारी बाबा
गाजीपुर–जनपद के बाराचंवर गांव के शिवमंदिर पर अयोध्या से पधारे महामण्डलेश्वर श्री शिवराम दास उपाख्य फलाहारी बाबा ने अपने मुखारविंद से राम कथा सुनाते हुए कहा कि समस्या उसी के सामने रखना चाहिए जो अनुभव अनुभूति और आभास में जीवन यापन कर रहा हो। साधारण व्यक्ति के पास समस्या को ले जाने के बाद दो चार और प्रकट हो जाती है। संघर्ष के द्वारा ही समस्या का समाधान हो सकता है। प्रयास ही सफलता का पथ प्रशस्त करता है। किसी भी कर्म को ईश्वर के साथ जोड़ कर किया जाय तो वहीं कर्म उपासना बन जाता है। नियत कर्म का त्याग नहीं करना चाहिए।इमानदारी और जिम्मेवारी से किया गया कर्म सुख और शांति दोनो देता है। राम नाम कल्प वृक्ष तथा राम कथा काम धेनु गाय है। जीवन जीने की सर्वोत्तम कला श्री राम कथा है जिसको जीने नहीं आता उस को मरने भी नहीं आता जिसको मरने नहीं आता उसको पुनर्जन्म लेने भी नहीं आता है।लीला पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम का आचरण ही मनुष्य के लिए अनुकरणीय है। राम का चरित्र कथनीय और करनीय दोनों है।