शनिवार 18 जुलाई को श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत-आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी

श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष ब्रत है।इस बार यह शुभ तिथि 18 जुलाई शनिवार को है।आचार्य पंडित अभिषेक तिवारी ने बताया की शास्त्रों में बताया गया है की जब शनिवार को प्रदोष ब्रत पडता है तो उसे शनि प्रदोष ब्रत कहते हैं।इस बार सावन में दो प्रदोष ब्रत है।पहला 18 जुलाई को और दूसरा 1अगस्त को।प्रदोष ब्रत में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है।कथाओं के अनुसार प्रदोष तिथि के दिन ही भगवान शिव ने सृष्टि की उत्पत्ति की थी।इस दिन भगवान शिव के साथ शनि देव की पूजा करने से अनेक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।साथ ही इस दिन उपवास और पीपल के पूजन करने से शनि समेत दूसरे अशुभ ग्रहों के प्रभाव को दूर किया जा सकता है।और खोया हुवा मान सम्मान और धन बैभव प्राप्त किया जा सकता है।

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