मां के दोष के कारण बेटा दुष्ट होता है-गंगा पुत्र त्रिदंडी स्वामी

मां के दोष के कारण बेटा दुष्ट होता है-गंगा पुत्र त्रिदंडी स्वामी
गाजीपुर जनपद के नोनहरा थाना क्षेत्र के बडा पोखरा पर आयोजित चातुर्मास ब्रत के दौरान गंगा पुत्र त्रिदंडी स्वामी जी महाराज ने कहा की दुशिलम मातृ दोषेण, पितृ दोषेण मूर्खता, दरिद्रम् आत्म दोषेण।
मां के दोष के कारण बेटा दुष्ट होता है।पिता के दोष के कारण मूर्ख होता है।और अपने दोष के कारण दरिद्र होता है। बड़ा पवित्र सनातन धर्म है। अब तो घर घर में धुंधकारी ,अजामिल,प्रकट हो गए।माता का प्रभाव ही गर्भ पर पड़ता है।जो माता सदाचारी है, भक्ता है,जप करती है,पाठ करती है। भगवत चरणामृत लेती है।
ऐसे माताओं के गर्भ से पवित्र संतान उत्पन्न होती हैं।
दिती कश्यप की पत्नी ने आग्रह किया हमे पुत्र चाहिए,कश्यप ने कहा देवी ये संध्या का समय है,इस समय चार चीजे नही करनी चाहिए। भोजन, संतानउत्पत्ति,सयन,स्वाध्याय। इस समय , एसा घोर तमो बेला घोराणा घोर दर्शना। यह भयंकर समय है,केवल भजन का समय है,ये संतान उत्पत्ति का समय नही है। भगवान शिव नंदी पर बैठ कर भ्रमण करते है। इस समय जो गर्भ में बालक होंगे वो राक्षस होंगे। और वही हिरण्याक्ष, हिरणकश्यपु बन कर आए।