कश्मीर में टारगेट किलिंग पर एक्शन में गृह मंत्रालय ,उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में बुधवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए कई फैसले

कश्मीर में टारगेट किलिंग पर एक्शन में गृह मंत्रालय ,उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में बुधवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए कई फैसले
कश्मीर में हिंदुओं की लगातार हो रही टारगेट किलिंग की वारदातों को गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। कश्मीर की सुरक्षा चुनौतियों के मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद कमान संभाल ली है।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि गृह मंत्री 3 जून को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा एवं अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि इस समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल के अलावा, केंद्र शासित प्रदेश और केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। यह बैठक कश्मीर घाटी में आतंकियों द्वारा हिंदू सरकारी कर्मचारियों की टारगेट किलिंग (Target Killing in Kashmir) के मद्देनजर हो रही है। इस बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा भी होगी। मालूम हो कि यह यात्रा इस महीने के अंत से शुरू हो सकती है।
इस बीच उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें फैसला लिया गया कि कश्मीर में प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत नियुक्त कश्मीरी हिंदू कर्मचारियों और जम्मू संभाग के हिंदू कर्मियों को छह जून तक सुरक्षित जगहों पर नियुक्त किया जाएगा। यही नहीं उनकी समस्याओं के समाधान के लिए उपराज्यपाल सचिवालय और महाप्रशासनिक विभाग में एक विशेष प्रकोष्ठ भी बनाया जाएगा। अगर कोई वरिष्ठ अधिकारी इन्हें प्रताडि़त करता पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो हिंदू कर्मचारियों को अब दूरदराज के इलाकों में तैनात करने के बजाय किसी एक ही शहर या कस्बे में तैनात किया जाएगा। साथ ही उन्हें एक साथ ही आवासीय सुविधा प्रदान की जाएगी। आतंकियों ने हाल ही में अध्यापिका रजनी बाला और कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या कर दी थी। कश्मीर में बढ़ रही टारगेट किलिंग की घटनाओं से हिंदू कर्मचारियों में भय का माहौल है।