बात बन जाती तभी, लेकिन मुझे कहना नहीं आया, तुझे सुनना नहीं आया’रहा मैं शूल गिनने में, सुमन चुनना नहीं आया’

बात बन जाती तभी, लेकिन मुझे कहना नहीं आया, तुझे सुनना नहीं आया’रहा मैं शूल गिनने में, सुमन चुनना नहीं आया’
पहले प्यार बना होगा तब संसार बना होगा’
एमएएच इंटर कालेज में ग्रीष्मकालीन शिविर में आयोजित हुआ मुशायरा व कवि सम्मेलन
गाजीपुर। एमएएच इंटर कालेज में आयोजित चल रहे ग्रीष्मकालीन शिविर के सातवें दिन बुधवार को स्पर्धा ‘मुशायरा व कवि सम्मेलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर छात्र आबिद ने सुप्रसिद्ध शायर डा. राहत इंदौरी साहब की शायरी उनके ही अंदाज़ में पढ़कर लोगों की खूब वाहवाही लूटी।
मुख्य अतिथि जिला पूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेन्दु ने छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति की प्रशंसा की। विशेष रूप से विद्यार्थियों के माहौल व कार्यक्रम के मुताबिक आर्टिकल चयन करने की कला को सराहा। उन्होंने हमारे जीवन में सहित्य के महत्व को बताते हुए कहा कि ‘पहले प्यार बना होगा तब संसार बना होगा’ तथा अपने बेहतरीन कलाम ‘बात बन जाती तभी, लेकिन मुझे कहना नहीं आया, तुझे सुनना नहीं आया’, ‘रहा मैं शूल गिनने में, सुमन चुनना नहीं आया’, ‘एक पेड़ चांदनी लगाया है आँगन में, फूले तो आ जाना एक फूल मांगने’ आदि इस अंदाज़ में पढ़ा कि पूरा महफ़िल गीतों की खुशबुओं से सुगंधित हो उठा। प्रधानाचार्य ख़ालिद अमीर ने अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि के बारे में बताया कि वह न केवल एक अधिकारी हैं, बल्कि एक अच्छे इंसान भी हैं, जो अपनी ड्यूटी निभाते हुए साहित्य की भी संज़ीदगी से सेवा करते हैं। उन्होंने कुमार निर्मलेन्दु कृत महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार से पुरस्कृत चर्चित पुस्तक ‘मगधनामा’ व ‘कश्मीर-इतिहास और परम्परा’, ‘कौशाम्बी’, ‘प्रयागराज और कुम्भ’, ‘प्रेमचंद जीवन, दृष्टि और संवेदना’, ‘दिनकर एक पुनर्विचार’, आदि की चर्चा की। विज्ञान के अध्यापक शहाब शमीम ने चुटकुला पेश कर श्रोताओं को खूब हंसाया। क्रीड़ाध्यापक आकाश कुमार सिंह ने शायरी व अंग्रेजी प्रवक्ता मुर्शीद अली ने गीत पेश कर सबका दिल जीत लिया। आज की प्रतियोगिता में अजय बिंद ने प्रथम, यासिर अहमद ने द्वितीय, मंजूरी ख़ातून ने तृतीय एवं मो. अबदुल्लाह, राज़ीक हसन, प्रियांशी मौर्या, सोनम यादव, नाज़िया परवीन ने सांत्वना स्थान प्राप्त किया। खेल प्रतियोगिता में विजेता फैसल सलीम व टीम तथा उपविजेता शुभम व टीम की मेडल व शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि का स्वागत प्रधानाचार्य मो. ख़ालिद अमीर ने माल्यार्पण कर व अजय कुमार बिंद ने स्वागत गीत से किया। इस अवसर पर शम्स तबरेज़ खां, शाहजहां खां, तस्नीम फ़ारूक़ी, अबुल कैश, मनोज कुमार, मो. कमाल, अफजल सुल्तान, मनोज कुमार यादव, सुनील कुमार प्रजापति, अमरजीत बिंद, लालमन बिंद, फिरोज आदि लोग उपस्थित रहे। निर्णायक की भूमिका ज़ीशान हैदर, मुर्शीद अली व इश्तियाक हुसैन ने निभाई। संचालन डा. लईक अहमद सिद्दीकी के द्वारा किया गया।