वाराणसी कथा में आशिर्वाद लेने पहुँचे उ0 प्र0 सरकार के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक
पूरे संसार को जो बिश्राम देगा उनका नाम राम होगा,राजन जी महाराज
चारों भाइयों के नामकरण संस्कार के साथ कुड़ी में संगीतमय कथा का आरम्भ
वाराणसी कथा में आशिर्वाद लेने पहुँचे उ0 प्र0 सरकार के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक
बच्चों के नामकरण का जीवन मे बहुत प्रभाव पड़ता है चार चोर आकस्मिक निधन के बाद भी मोक्ष को केवल इसलिए प्राप्त किये की जीवन के अंतिम समय मे नारायण के नाम का उच्चारण किये थे, चारों भाइयों के प्रसंशा में अलग अलग ब्याख्यान करके सोहर गाया गया।इहा उहा दोई बालक देखा,ये सीन देकर माता कौशल्या का माथा चकरा गया तब भगवान ने अपना विराट रूप देखते ही माता की अश्रुधारा निकलने लगी माँ कांपने लगी तब प्रभु ने अपना रूप छोटा कर लिए, जीव जो जनम लिया वह भगवान हो ही नही सकता, भगवान का अवतार होता है। संस्कार का सबसे बड़ा पाप होता है आत्महत्या करना। जिस बालक का मुण्डन संस्कार ना हुआ हो भगवान का स्वरूप होता है। सबके साथ बड़ा होना चाहिये लेकिन जन्म देने वाली माँ और पिता के सामने कभी बड़ा नही होना चाहिए।
उक्त बाते कुड़ी के प्रद्युम्न शिक्षण संस्थान के प्रांगण मे चल रहे नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के चतुर्थ दिन श्रीराम बाल लीला प्रसंग कथा करते हुए कथा सम्राट मानस पूज्य राजन जी महाराज ने कही, कथा को आगे बढ़ाते हुए पूज्य महाराज ने बताया कि सर्वशक्तिमान ईश्वर को जानने नहीं अपितु उन्हें मानने का प्रयास किया जाना चाहिए। क्योंकि हमारा यह मानना ही एक दिन जानने में परिवर्तित होकर हमें प्रभु का साक्षात्कार करा सकता है। प्रभु सर्वव्यापी है और जिस तरह घर्षण से अग्नि उत्पन्न होती है ठीक वैसे ही जब हम अपने आराध्य के भक्ति में उनके श्रीचरणों के वशीभूत होकर उनके साथ प्रेम का घर्षण करते हैं तो वे अग्नि की तरह हमारे समक्ष प्रकट होकर जगत को आलोकित करने के साथ ही विश्व का कल्याण करते हैं।
श्री राम कथा में दैनिक सपत्नीक यजमान शैलेष मिश्र, सुनील मिश्र एवं अजय सिंह चंदेल द्वारा ब्यासपीठ, पवित्र रामचरित मानस एवं कथा मंडप की आरती उपरांत आरंभ हुए कथा के अवसर पर मंच का संचालन इन्द्रदत्त मिश्र ने किया।
कथा पंडाल मे मिश्र परिवार के मुख्य आयोजक मुनीष मिश्र के साथ अखिलेश दत्त मिश्र, रमेश दत्त मिश्र, विकास दत्त मिश्र, प्रकाशदत्त मिश्र, अरविंद मिश्र(सीताराम), रविन्द्र मिश्र(सोनू), आशुतोष मिश्र, शुभम मिश्र,शिवम मिश्र, अनीष मिश्र, सचिन मिश्र, मनीष मिश्र (दीपू), अंकित मिश्र, अर्पित मिश्र, प्रखर मिश्र सहित हजारो भक्त मौजूद रहे |