June 25, 2025

देश में पहली बार 5 जी का सफल परीक्षण, आईआईटी मद्रास के नेतृत्व में हासिल हुई बड़ी उपलब्धि

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देश में पहली बार 5 जी का सफल परीक्षण, आईआईटी मद्रास के नेतृत्व में हासिल हुई बड़ी उपलब्धि

देश में 5G नेटवर्क का सफल परीक्षण किया गया है. आईआईटी मद्रास  में ये परीक्षण किया गया है. ये पहला मौका है जब देश में इस तरह का परीक्षण किया गया है.

इसे देश के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. इस नेटवर्क का पूरा डिज़ाइन भारत में ही विकसित किया गया है. केंद्रीय सूचना प्रोद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. अश्विनी वैष्णव ने ट्विटर (Twitter) और कू एप (Koo App) पर इसे लेकर ख़ुशी जताई. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये पूरा नेटवर्क भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है.

इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री ने 5G नेटवर्क पर वीडियो कॉल भी की. जानकारी के अनुसार- इस नेटवर्क को विकसित करने के लिए कुल 8 इंस्टीट्यूट ने मिलकर काम किया है, जबकि इसे आईआईटी मद्रास के नेतृत्व में विकसित किया गया है. इस बड़े प्रोजेक्ट में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बाम्बे, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी कानपुर, सोसाइटी फॉर एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च (SAMEER), सेंटर आफ एक्सीलेंस इन वायरलेस टेक्नोलाजी (CEWiT) और आईआईएससी बैंगलोर शामिल हैं.

हाल ही में केंद्र सरकार ने जानकारी दी थी कि इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए 220 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है. इस साल के अंत तक 5G टेक्नोलॉजी को तैयार कर लिया जाएगा. अश्विनी वैष्णव ने एक दिन पहले कहा था कि इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर तक भारत का खुद का 5जी ढांचा तैयार हो जाएगा.

भारत का स्वदेशी दूरसंचार ढांचा ‘बड़ी आधारभूत प्रौद्योगिकी प्रगति’ का दर्शाता है.

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा था कि ऐसी दुनिया में डिजिटल अंतर को कम करना और भी महत्वपूर्ण हो गया है, जहां आर्थिक वृद्धि में प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह के कदम उठा रही है. वैष्णव ने कहा, ”5जी ढांचा बहुत अच्छी स्थिति में है और यह अग्रिम चरण में है. करीब सितंबर-अक्टूबर तक भारत का अपना 5जी ढांचा तैयार जाएगा.”

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