June 25, 2025

रेलवे ने बिजली संकट से उबरने के लिए 24 मई तक 670 यात्री ट्रेन रद्द की।

 

रेलवे ने बिजली संकट से उबरने के लिए 24 मई तक 670 यात्री ट्रेन रद्द की

 

रेल मंत्रालय के अनुसार  बिजली संयंत्र देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित हैं, लिहाजा कोयला रेक (ट्रेन) को अपनी यात्रा पूरी करने में 3-4 दिन का समय लगता है. रेलवे ने कहा कि घरेलू कोयले का एक बड़ा हिस्सा पूर्वी क्षेत्र से भारत के उत्तरी, मध्य और पश्चिमी भागों में ले जाया जाता है। इसलिए ट्रैक पर निर्बाध रूप से कोयले लदी ट्रेनों का परिचालन सुनिश्चित किया जाना नितांत आवश्यक है ,देश में बिजली संकट से त्राहिमाम मचा है ,और ट्रेनों को रद्द करना अंतिम विकल्प है।
बिजली की खपत बढ़ने से कोयले की मांग में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कोयला की ढुलाई के लिए रोज 400 से ज्यादा ट्रेन चला रहा है ।और इस वजह से
24 मई तक 670 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है
जिनमें से 500 से अधिक ट्रेनें लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस हैं।

यात्री ट्रेनों के रद्द होने के कारण विरोध प्रदर्शन वहीं दूसरी तरफ यात्री ट्रेनों के रद्द होने के कारण विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं. इस मुद्दे पर रेल मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ‘परिस्थिति बेहद कठिन है. हमारे पास कोई और विकल्प नहीं बचा है, क्योंकि फौरन बिजली संयंत्रों को कोयला नहीं पहुंचाया गया तो स्थिति गंभीर हो सकती है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बिजली संयंत्रों को कोयले की कमी न हो और कोई ब्लैक आउट न हो।

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