देश के स्कूलों व कालेजों में ड्रेस कोड लागू हो- डा० सानंद सिंह
देश के स्कूलों व कालेजों में ड्रेस कोड लागू हो- डा० सानंद सिंह
गाजीपुर। सत्यदेव ग्रुप आफ कालेजेज के चेयरमैन प्रो. डा. सानंद सिंह ने कॉमन सिविल कोड सामान्य नागरिक संहिता पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत देश में वर्तमान समय में कॉमन सिविल कोड की प्रासंगिकता रोज बढ़ती जा रही है। भारत में विभिन्न जातियों व धर्म के लोग रहते हैं उनका रहन-सहन, उपासना, इबादत, पद्धति अलग-अलग है, ऐसे में कॉमन सिविल कोड की आवश्यकता बढ़ गयी है। जैसे-जैसे शिक्षा की जागरुकता बढ़ती जा रही है इस काननू की प्रासंगिकता बढ़ेगी। उन्होने कहा कि कॉमन सिविल कोड की मांग संविधान सभा में भी उठी थी। समाजवादी विचारधारा के जनक डा. राममनोहर लोहिया ने भी कॉमन सिविल कोड को लागू करने का मांग किया था। डा. सानंद सिंह ने कहा कि कॉमन सिविल कोड से देश और मजबूत होगा। आपसी झगड़े खत्म होंगे, साम्प्रदायिक सौहार्द ब्ढ़ेगा, एक-दूसरे धर्मो के लोग करीब आएंगे। दुनिया में किसी भी देश में एक अपराध की दो तरह की न्याय नही है इसलिए भारत में भी एक अपराध का एक ही न्याय व्यवस्था होनी चाहिए। डा. सानंद सिंहने बताया कि समान प्रकरणों पर समान न्याय व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होने कहा कि भारत विभिन्न धर्मो को विचारधाराओं को देश है इसलिए पूजा, उपासना, इबादत करने के लिए उदारवादी, दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। सभी धर्मो का सम्मान होना चाहिए। सभी लोगों को अपने-अपने तरीकों से पूजा-पाठ करने की आजादी होनी चाहिए। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में पूरे देश के स्कूलों में एक ड्रेस कोड लागू होना चाहिए जिससे कि विद्यार्थियों का भारतीय चेहरा उनमे दिखाई दे। अमीर-गरीब का भेदभाव खत्म होगा और पूरे देश में भारतीय छात्र-छात्राओं की पहचान बनेगी। वर्तमान में भारत विश्व महाशक्ति की तरफ प्रतिदिन सधे कदमों से बढ़ता जा रहा है ऐसे में कॉमन सिविल कोड की अति आवश्यकता है जिससे कि भारत विश्व गुरु बन सके।