June 20, 2025

एके शर्मा के कैबिनेट मन्त्री बनने से जगी मऊ के विकास की आस

 

एके शर्मा के कैबिनेट मन्त्री बनने से जगी मऊ के विकास की आस

मऊ। जिले के निवासी पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा को योगी सरकार में जगह मिलने से जिले के लोग काफी उत्साहित हैं, मऊ के विकास की आस जग गयी है मऊ जनपद के लोग एके शर्मा में पूर्व केन्द्रीय मंत्री कल्पनाथ राय का अक्श देख रहे हैं, ठीक इसके अनुरूप उन्होंने एमएलसी बनते ही मऊ के विकास में पंख भी लगाया, मऊ से आनन्द विहार के लिए एक ट्रेन भी दिलवाई।उनके शपथ लेते ही मऊ में विभिन्न स्थानों पर जयश्रीराम के नारे लगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी

बताया जाता है कि एके शर्मा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफी करीबी हैं। लगभग 21 साल तक अपने करीब रखने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा के रानीपुर विकास खंड के कांझाखुर्द निवासी अरविद शर्मा को योगी मंत्रिमंडल में शामिल कर उन्हें तोहफा प्रदान किया है। हालांकि इसे पूरा करने में 14 माह का समय जरूर लगा लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. कल्पनाथ राय के बाद किसी नेता को पहली बार जनपदवासी सिर आंखों पर बिठाएं हैं। यहां के लोगों को शर्मा से काफी उम्मीदें हैं।

2001 में गुजरात मुख्यमंत्री कार्यालय के बने सचिव

आइये आपको एके शर्मा के बारे में कुछ जानकारी बताते हैं। एके शर्मा कांझाखुर्द गांव के प्राथमिक विद्यालय से अपनी शिक्षा-दीक्षा की शुरुआत की थी। इसके बाद डीएवी इंटर कालेज से उन्होंने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की। 1988 में वह गुजरात कैडर के आईएएस पास किए। 1995 मेहसाणा के जिला मजिस्ट्रेट बनाए गए। 2001 में मुख्यमंत्री कार्यालय गुजरात के सचिव बन गए। 2001 में नरेन्द्र मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री बन सत्ता में आने के बाद श्री शर्मा एक सचिव के रूप में मुख्यमंत्री कार्यालय में शामिल हुए और केंद्र में स्थानांतरित होने से पहले 2014 तक वहीं रहे। 2014 में वह पीएमओ कार्यालय में संयुक्त सचिव बना दिए गए। यहीं से वह पीएम मोदी के और करीब आ गए। 2017 में अतिरिक्त सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया था। पीएमओ में अपने लंबे कार्यकाल के बाद, शर्मा को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एमएसएमई मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया था।

शुरू हुए डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा

 

पीएम मोदी की इच्छा पर 2021 में श्री शर्मा ने अपने पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। इसके बाद देश की राजनीति में चर्चा का बिदु बन गए थे। इसी के बाद से उन्हें राजनीति में आने की अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। 13 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही लोगों की अटकलों पर विराम लग गया। तुरन्त ही भाजपा के एमएलसी बनाए गए। हालांकि इस दौरान ही उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई थी लेकिन उन्हें योगी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई।

मऊ शहर में भव्य जुलूस निकालकर स्वागत

इसके बाद प्रदेश नेतृत्व ने 19 जून को उन्हें भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया। इसके बाद पूरे मऊ शहर में भव्य जुलूस निकालकर उनका स्वागत किया गया था। तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि एके शर्मा को मंत्री बनाया जा सकता है। जनता विकास पुरुष कल्पनाथ राय के विकल्प के रूप में उनकी तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही थी। इस बीच विधानसभा चुनाव आ गया। इसमें दमदारी के साथ उन्होंने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया। भाजपा को बहुमत मिलने के बाद ही उनके मंत्रिमंडल में जाने की अटकलें शुरू हो गई थीं। पिछले कई दिनों से जनपद भर में शर्मा को उपमुख्यमंत्री या कैबिनेट मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चाएं चल रही थीं। आखिरकार एके शर्मा को कैबिनेट मंत्री बना के दिख दिया। लोगों को अब उनसे विकास की उम्मीद है

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