औषधीय खेती को बढ़ावा देने के लिए बृहद सम्मेलन और कार्यशाला 26 को
औषधीय खेती को बढ़ावा देने के लिए बृहद सम्मेलन और कार्यशाला 26 को
गाजीपुर। राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड (एनएमपीबी) आयुष मंत्रालय एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय तथा राज्य औषध पादप बोर्ड के तत्वावधान में 26 मार्च को सेवराई तहसील के देवल रोड स्थित अमौरा में प्रगतिशील किसान रंग बहादुर के फार्म पर उत्तर प्रदेश राज्य के औषधीय पौधों के हितकारकों कार्यों हेतु एक बृहद सम्मेलन एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन में किसानों को जड़ी-बूटी, औषधीय खेती को बढ़ावा देने की प्रेरणा दी जाएगी। इसके साथ ही खेती करने, औषधीय पौधों की बेचने में आने वाली कठिनाई, पौधे, बीज की उपलब्धता आदि समस्याओं के समाधान पर विस्तार से चर्चा होगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पादप बोर्ड के सदस्य राजाराम त्रिपाठी तथा अध्यक्षता क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डा. अरुण चंदन करेंगे।
सम्मेलन में प्रगतिशील किसान, खरीददार, आयुर्वेद की निर्माणशालाओं के प्रतिनिधि, शोधकर्ता वैज्ञानिक भाग लेंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र सुबह 10 बजे से शुरु होगा। प्रथम किसानी सत्र के तहत 11 बजे से खेती कर रहे किसानों के अनुभव, समाधान एवं नमूनों का अवलोकन किया जाएगा। एक से दो बजे तक भोजन अवकाश होगा। दो से चार बजे तक द्वितीय किसानी सत्र का शुभारंभ होगा जिसमें उद्योग जगत की मांग एवं किसानों के साथ समन्वय पर चर्चा होगी। पांच बजे तक औषधीय पौधों की खेती कर रहे किसानों का सम्मान करने के बाद कार्यक्रम का समापन होगा। कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक तथा प्रगतिशील किसान रंग बहादुर ने बताया कि औषधीय खेती की तरफ रुझान रखने वाले किसानों के लिए यह सम्मेलन अति महत्वपूर्ण है। इसमें किसानों की अच्छी आय, समृद्धि के साथ ही बहुत सी जानकारियां मिलेंगी। इसमें भाग लेने के लिए 24 मार्च को 2 बजे तक पंजीकरण अवश्य कराएं। इस मौके पर राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के मार्केटिंग मैनेजर सौरभ शर्मा, राज्य औषधीय पादप बोर्ड के डॉक्टर पंकज त्रिपाठी, बीएचयू के मेडिसिनल केमेस्ट्री विभाग की प्रोफेसर यामिनी भूषण त्रिपाठी, सहायक आचार्य वैद्य सुशील कुमार दूबे भाग लेंगे।