महिलाओ के अंदर विरासत में मिलती है हुनर – अर्जुनराम मेघवाल
महिलाओ के अंदर विरासत में मिलती है हुनर – अर्जुनराम मेघवाल
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारत सरकार के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के सहयोग से एवं महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी विकास और उपयोग कार्यक्रम के अंतर्गत साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, द्वारा बसनी स्थित रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क में महिलाओ के हुनर को तकनीक के माध्यम से नई एक पहचान देने एवं उन्हें निखारने के उद्देश्य से ड्रेस डिजाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री मा० श्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिलाओ के हुनर को देखकर न सिर्फ अभिभूत हुए बल्कि उनके अंदर के हुनर को देख के कहा कि महिलाओ के अंदर विरासत में हुनर मिलती है, बस जरुरत होती है कि उसे तरास कर एक पहचान देने की | ऐसे में महिलाओ के लिए साई इंस्टिट्यूट एक सराहनीय मंच प्रदान कर रहा है | आगे उन्होंने महिलाओं के प्रयासों की सराहना की, उन्होंने कहा कि अगर महिलाये अपने प्रयासों में निरंतरता बनाये रखें तो वह अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर सकती हैं।
इस अवसर पर साईं इंस्टीट्यूट के निदेशक अजय सिंह ने कहा कि दो दिवसीय ड्रेस प्रतियोगिता में महिलाओं को तकनीक के माध्यम से पारंपरिक आर्ट एवं क्राफ्ट को संवर्धित, संरक्षित एवं रोजगारोन्मुख बनाने का प्रयास है ताकि उनके हुनर को पहचान कर उन्हें रोजगार के काबिल बनाया जा सके साथ ही विजयी महिलाओ को अलग से ट्रेनिंग देकर के उन्हें प्लेसमेंट की भी व्यवस्था किया जाना है |
हुनर-ए –बनारस की निदेशिका पूनम तिवारी ने बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य हमारी ग्रामीण महिलाओं को उनकी क्षमता के बारे में एहसास कराना है और रचनात्मक एवं आत्मनिर्भर बनने में उन्हें अपनी पहचान बनाने में कैसे मदद करेगी और उसके बाद उन्हें स्वरोजगार करने संस्थान मदद भी करेगी |
कार्यकम में आदिबा रफत, आंचल सिंह, तनु केसरी, सिमरन आहूजा, श्रृष्टि केसरी, राधा वर्मा, कुमकुम मिश्रा, नसरीन बानो सहित कुल 50 महिलाओ ने भाग लिया |
इस अवसर पर युवा ग्राम्य विकास समिति के अध्यक्ष जवाहर दुबे, हर्ष सिंह, दीक्षा सिंह, अनुपमा दुबे, यास्मिन बानो, सहित गणमान्य लोगो की गरिमामयी उपस्थिति रही।