करुण-क्रंदन चीत्कार तथा सायरन से दहल गया पूरा गांव कुंआ में गिरने से 14 जानें चली गयी
कुशीनगर। नौरंगिया गांव के स्कूल टोला में हल्दी गीत के बीच हुई हृदय विदारक घटना ने सभी को झकझोर दिया है। गांव में आधी रात को ऐसी अफरा तफरी मची थी कि लोग अपनों को भी नहीं पहचान पा रहे थे। वहीं, जिनके घर की महिलाएं और किशोरिया अपने घर नहीं पहुंची थी, उनके परिजन खोजने में लगे थे। इस बीच, मौत के कुएं से जिनके घर की महिला या किशोरियों की लाशें बाहर निकल रही थीं, उनके परिजन चीख रहे थे।
नौरंगिया स्कूल टोला निवासी परमेश्वर कुशवाहा के घर बेटे की हल्दी की रस्म चल रही थी। महिलाएं मटकोड़ में व्यस्त थी तो पुरुष भोजन की तैयारी में लगे थे, तभी महिला एवं किशोरियों के कुएं में गिरने की सूचना मिली। फिर क्या था, पूरा गांव घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़ा। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि करें तो क्या करें। गांव के कुछ साहसी युवा रस्सी के सहारे कुएं में उतर कर महिलाओं और लड़कियों को निकालने लगे। कुछ देर में नेबुआ नौरंगिया पुलिस की जीप भी सायरन बजाते हुए गांव पहुंची। एक घंटे के अंदर पूरा गांव एंबुलेंस और सरकारी वाहनों की आवाजाही से भर गया, जो जहां था वहीं अपनों की सलामती की दुआ कर रहा था। इस दुर्घटना में 14 जानें चली गयी।
2017 की याद ताजा
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया गांव में वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान बुधवार की देर रात हुए हादसे ने 2017 की याद ताजा कर दी है। इस गांव में पांच साल पहले भी शादी समारोह के दौरान बड़ा हादसा हुआ था, तब द्वार पूजा से पहले आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम देख रहे लोगों को अनियंत्रित पिकअप ने कुचल दिया था। हादसे में पांच लोगों की जान चली गई थी। कई लोग घायल हो गए थे।