वाराणसी से जिंदा बचकर आया हूं मेरी हत्या कराना चाहती है भाजपा- ओम प्रकाश राजभर

लखनऊ। 18वीं विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी पर करारा हमला बोल दिया है। वाराणसी में सोमवार को पार्टी उम्मीदवार और पुत्र अरविंद राजभर के नामांकन में पहुंचे ओम प्रकाश राजभर को वकीलों के विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने वकीलों को लेकर बयान दिया। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने उनका विरोध किया। राजभर ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर इस पूरे मामले को भड़काने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को मैं वाराणसी से जिंदा बचकर आया। भाजपा पर उन्होंने हमले का आरोप लगा दिया।
अभद्रता के मामले में भाजपा जिम्मेदार
ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को वाराणसी में हुई अभद्रता के मामले में भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मैं सोमवार को वाराणसी से जिंदा बचकर आया। वाराणसी में जो भी घटना घटी, वह सब बीजेपी के इशारे पर किया गया। भाजपा के गुंडों ने मेरे ऊपर हमला किया। बीजेपी और पुलिस प्रशासन को घेरते हुए उन्होंने कहा कि उनके निर्देश पर इस प्रकार का कार्य किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग मेरी हत्या कराना चाहते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि मेरी हत्या के बाद भी ये लड़ाई रुकने नहीं देना। साथ ही, राजभर ने वकीलों को लेकर भी काफी गंभीर टिप्पणी की है।
योगी को सत्ता से बाहर करने का दावा
उन्होंने ने कहा कि हम गरीबों और किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। हम आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और उनके जुड़े लोग संविधान को नहीं मानते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। साथ ही, ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया मैं अपने जीते-जी योगी आदित्यनाथ को सत्ता में नहीं पहुंचने दूंगा। उन्होंने कहा कि वाराणसी के वर्तमान कमिश्नर और डीएम के रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। उन्होंने चुनाव आयोग से दोनों पदाधिकारियों को हटाने की भी मांग की है।
भाजपा प्रवक्ता ने दी प्रतिक्रिया
ओमप्रकाश राजभर के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने अधिवक्ता समाज को काले कोट वाला गुंडा कहा। उनके साथ जैसी करनी वैसी भरनी वाली कहावत चरित्रार्थ हुई है। विवादित बयानों के जरिए लोगों की भावनाओं को भड़काने वाले नेता को विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन, वकीलों को काले कोट वाला गुंडा कहा, यह पूरे अधिवक्ता समाज का अपमान है। सुभासपा और समाजवादी पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
क्या है पूरा मामला
यूपी चुनाव में वाराणसी की शिवपुर विधानसभा के प्रत्याशी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता अरविंद राजभर का नामांकन के दौरान जमकर विरोध हुआ था। वाराणसी में अरविंद राजभर अपने पिता ओमप्रकाश राजभर के साथ नामांकन करने पहुंचे थे। इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में अधिवक्ताओं ने उनका जमकर विरोध किया। इस दौरान राजभर ने कहा कि वह नामांकन के दौरान डीएम से मांग करेंगे कि वह उनकी पार्टी के सभी प्रत्याशियों को चुनाव के दौरान सुरक्षा दिलाने के लिए चुनाव आयोग से बात करें।