June 20, 2025

गंगा प्रेमी आकाशीय मेहमान

गंगा प्रेमी आकाशीय मेहमान

भले ही कोरोना ने पूरी दुनियां पर कहर बरपाया हो लेकिन इन पक्षियों की उड़ान ने कोरोना को पीछे छोड़ दिया है. शायद यही वजह है कि विदेशों से इंसान भले ही काशी न पहुंच रहे हों लेकिन ये पक्षी काशी की गंगा में सबको आकर्षित कर रहे हैं । सर्दियों की शुरुआत के साथ ही ये मेहमान आते हैं और सर्दियां खत्म होते ही चले भी जाते है। इस बार भी विदेशी पक्षी काशी पहुंचे हैं और लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं ।गंगा सेवक राजेश शुक्ला ने बताया की वाराणसी में गंगा में विचरण करते इन साइबेरियन बर्ड्स को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं । एक ओर जहां इससे काशी में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होता है । तो वहीं दूसरी तरफ गंगा में नाव चलाने वाले नाविक भी इस दौरान पर्यटक मिलने से खुश हो जाते हैं ।अधिकतर यह विदेशी पक्षी गंगा तट पर ही समय बिताते हैं। फरवरी समाप्त होने के साथ ही गर्मियों की शुरूआत होते ही यह साइबेरियन पक्षी पुन: हिमालय पार कर साइबेरिया का रूख कर लेते हैं।

लोगों के आकर्षण का केंद्र साइबेरियन देशों के अलावा अन्य ठंडे देशों से भी दर्जनों प्रजातियों के ये विदेशी मेहमान भारतीय क्षेत्रों में चार माह तक प्रवास करते हैं। लगभग एक महीने की लंबी आकाशीय यात्रा कर यहां पहुंचे पक्षियों के चलते इन दिनों गंगा तट का नजारा बदला हुआ है। साइबेरियन पक्षी गंगा की धारा के ऊपर उड़ान भर रहे हैं। माना जाता है कि साइबेरिया व आसपास के इलाके जब बर्फ से ढंकने लगते हैं, तो उससे पहले ही ये पक्षी वहां से पलायन कर जहां अनुकूल वातावरण मिलता है, वहां शरण ले लेते हैं।

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