पारंपरिक कला एवं तकनीक के माध्यम से आगे बढ़ेंगी महिलाये : इन्द्रेश कुमार
पारंपरिक कला एवं तकनीक के माध्यम से आगे बढ़ेंगी महिलाये : इन्द्रेश कुमार
वाराणसी 9 फरवरी – गांव की महिलाये तकनीक के माध्यम से आगे बढ़ेंगी और उनके द्वारा निर्मित वस्तुएं ग्लोबल स्तर तक पहुंचेंगी। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ड्रेस डिजाइनिंग, जरी जरदोजी एवं उद्यमिता तथा ऑनलाइन व्यवसाय का प्रशिक्षण दिया जा रहा है| आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत मा० प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारत सरकार के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के सहयोग से एवं महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी विकास और उपयोग कार्यक्रम के अंतर्गत बसनी स्थित साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, में अत्याधुनिक तकनीक से काशी की ग्रामीण महिलाओं को पारंपरिक आर्ट एवं क्राफ्ट को संवर्धित, संरक्षित एवं रोजगारोन्मुख बनाया जा रहा है | उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने नेताजी सुभाष चंद बोस की 125वी जयंती के अवसर पर साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, वाराणसी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो की महिलाओ के प्रशिक्षण के लिए बनाये गए सभागार को नेताजी सुभाष चंद बोस सभागार का उद्घाटन के मौके पर संबोधित किया | श्री इन्द्रेश कुमार ने महिलाओं के प्रयासों की सराहना की, उन्होंने कहा कि अगर महिलाये अपने प्रयासों में निरंतरता बनाये रखें तो वह अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर सकती हैं।
हुनर-ए –बनारस की निदेशिका पूनम तिवारी ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य हमारी ग्रामीण महिलाओं को उनकी क्षमता के बारे में एहसास कराना है और रचनात्मक एवं आत्मनिर्भर बनने में उन्हें अपनी पहचान बनाने में कैसे मदद करेगी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता में उक्त प्रतियोगिता में पुराने न्यूज़ पेपर से बने घर में गणेश जी प्रतिमा बनाने वाली राधा वर्मा को प्रथम, शादी के कार्ड से मनमोहक प्रोडक्ट बनाने वाली श्रुति सिंह को दूसरा, कागज से ही घड़ी बनाने वाली कुमकुम मिश्रा को तृतीय एवं वैष्णव गुप्ता को सांत्वना पुरस्कार एवं सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर समाज सेविका पूनम सिंह एवं मीडिया के क्षेत्र में स्नेह रंजन, अरविन्द गुप्ता को पुरस्कार एवं अंगवस्त्रम देकर के सम्मानित किया गया | संस्थान के द्वारा मुख्य अतिथि इन्द्रेश कुमार एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरुजी, को स्मृति चिन्ह देकर के सम्मानित किया गया |
इस अवसर पर साईं इंस्टीट्यूट के निदेशक अजय सिंह ने कबाड़ से जुगाड़ और हुनर-ए-बनारस के बारे में बताया। उद्घाटन अवसर पर श्री अग्रसेन पी.जी. कालेज के एसोशियेट प्रोफेसर डॉ० आकाश, युवा ग्राम्य विकास समिति के अध्यक्ष जवाहर दुबे, हर्ष सिंह, दीक्षा सिंह, अनुपमा दुबे, यास्मिन बानो, आनंद दुबे सहित गणमान्य लोगो की गरिमामयी उपस्थिति रही।