जनता ही इस अनूठे लोकतंत्र की बुनियाद है, जहां जनता सरकार को चुनती है-रवीन्द्र कुमार वर्मा

जनता ही इस अनूठे लोकतंत्र की बुनियाद है, जहां जनता सरकार को चुनती है-रवीन्द्र कुमार वर्मा
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को शपथ दिलि
गाजीपुर जनपद के थाना मुहम्मदाबाद में क्षेत्राधिकारी मुहम्मदाबाद रवीन्द्र कुमार वर्मा ने समावेशी , सुगम , एवम सहभागी निर्वाचन की ओर अग्रसर राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शपथ सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को दिलाई । आपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वर्दी पर राष्ट्रीय मतदाता दिवस का लोगो भी लगाया । रवीन्द्र कुमार वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश भर में आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है. भारतीय संविधान के मुताबिक, जनता ही इस अनूठे लोकतंत्र की बुनियाद है, जहां जनता सरकार को चुनती है।
देश में चुनावी माहौल बना हुआ है. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान हो गया है. 10 फरवरी से मतदान शुरू होंगे और 10 मार्च को नतीजे घोषित होंगे. । इधर देश भर में आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग पूरे देश में राष्ट्रीय मतदाता दिवस सेलीब्रेट कर रहा है.
25 जनवरी 2011 से राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत की गई. 26 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग ने काम करना शुरू किया था. राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत का मकसद ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं का सूची में नाम जोड़ना, मतदान के लिए प्रेरित करना है।
इसकी एक थीम होती है. इस दिन सरकार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाती है. खासकर जो मतदाता पहली बार वोटर हैं, या जिनके नाम अब तक वोटर्स लिस्ट में नहीं हैं. इस दिन नेशनल अवॉर्ड से चुनाव प्रक्रिया में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाता है.
मतदाता दिवस का आयोजन 25 जनवरी 2011 से शुरू हुआ. इस दिन तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का शुभारंभ किया था.
भारत में वोटिंग के लिए 18 साल की आयु सीमा निर्धारित है. 18 का होने पर व्यक्ति को मताधिकार प्राप्त हो जाता है. इसके बाद वह सभी प्रकार के लोकतांत्रिक चुनावों में वोट डाल सकता है.
सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाती है, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी.
इस क्रम में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाते हैं. साथ ही उन्हें वोटर आईडी प्रदान की जाती है.
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया था. अंत मे आपने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी पोस्टल वैलेट के माध्यम से वोट डालने हेतु प्रेरित किया ।