” होंगे जागरूक तो गंगा होगी निर्मल “
” होंगे जागरूक तो गंगा होगी निर्मल ”
” स्वच्छ गंगा के लिए सबको होना होगा संवेदनशील ”
” सबका साथ हो गंगा साफ हो ” के संकल्प संग नमामि गंगे ने राजघाट पर जगाई स्वच्छता की अलख ”
आम तौर पर हमने यह रिवाज़ बना लिया है कि बची हुई पूजन सामग्री हो या फिर ईश्वर की खराब हो चुकी टूटी हुई तस्वीर को या अन्य धार्मिक वस्तुएं हों यदि वह हमारे काम के लायक नहीं हैं तो हम उनको पालिथीन या झोले में भर कर गंगा में विसर्जित कर दें । क्या ऐसा करने से हम बहुत बड़े पुण्य के भागीदार बन जाते हैं ? बिल्कुल नहीं, इन गतिविधियों की वजह से हमारे पर्यावरण और गंगा पर दुष्प्रभाव पड़ता है । आम नागरिकों को इसके लिए जागरूक होना होगा । खासकर युवा गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक होंगे तो निश्चय ही समाज को एक सकारात्मक संदेश दे सकेंगे।
आम नागरिक जनभागीदारी से गंगा स्वच्छता के विभिन्न आयामों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। राजघाट पर गंगा किनारे की साफ सफाई कर नमामि गंगे टीम ने संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में स्वच्छता को संस्कार में शामिल करने का संदेश देकर आम नागरिकों से अपील की । लाउडस्पीकर से जागरूक करते हुए राजेश शुक्ला ने कहा कि नागरिक गंगा घाटों पर प्लास्टिक का उपयोग न करें। गंगा तटों पर पूजा सामग्री का विसर्जन या केमिकल से बनी मूर्तियों का विसर्जन न करें।
गंगा स्नान के समय साबुन सर्फ का इस्तेमाल न करें। गंगा में कूड़ा कचरा व पॉलिथीन नहीं डालने तथा खुले में शौच के स्थान पर शौचालय का प्रयोग करने सहित अन्य कई बातों के लिए जागरूक किया । प्रमुख रूप से शिवदत्त द्विवेदी, शिवम अग्रहरि, रामप्रकाश जायसवाल, सत्यम जायसवाल , सीमा चौधरी , सारिका गुप्ता, प्रीति जायसवाल, रश्मि साहू , पुष्पलता वर्मा आदि उपस्थित रहे ।