*लखनऊ क्लार्क अवध होटल में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर काव्य संग्रह हिंदुस्तान सबका है का विमोचन*

*लखनऊ क्लार्क अवध होटल में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर काव्य संग्रह हिंदुस्तान सबका है का विमोचन*
जनकवि उदय प्रताप सिंह के काव्य संग्रह “हिंदुस्तान सबका है” का आज लखनऊ में विमोचन था। लखनऊ क्लार्क अवध होटल में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर पुस्तक विमोचन का आयोजन ज्ञानपीठ प्रकाशन के सौजन्य से किया गया था। कविता पुस्तक का संकलन एवं संपादन वाराणसी निवासी अध्यात्ममूर्ति स्वामी ओमा अक्क जी ने किया है। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे। कार्यक्रम का संचालन अक्क परिवार के हितेश अक्क जी ने किया।उदय प्रताप सिंह जी की काव्य यात्रा पिछले ७५ वर्षों से लगातार चल रही है। वह मंचीय कविता के पुरोधा एवं अग्रणी कवि रहे हैं। भाषा और छंद पर बहुत सुंदर अधिकार रखने वाले श्री सिंह ने पुराने जमाने में राष्ट्रकवि दिनकर के साथ काव्य मंच साझा किया है और इस जमाने के कवि कुमार विश्वास के भी साथ भी उपस्थित रहे हैं। वो उस जमाने के कवि हैं जब कविता जनता से दूर नहीं गयी थी। आश्चर्य की बात यह है कि उदय प्रताप सिंह ने सभी कविताएँ अपनी स्मृति में ही सुरक्षित रखी हैं उन्हें कभी काग़ज़ पर नोट नहीं किया। स्वामी ओमा अक्क और वाणी प्रकाशन के अशोक माहेश्वरी ने कवि की आवाज़ से सुनकर कविताओं का अक्षरांकन और संपादन किया जो बहुत चुनौतीपूर्ण काम है। पुस्तक की भूमिका श्री ओमा अक्क ने लिखी है। उदय प्रताप सिंह इस समय अपनी आयु के इक्यानवे वर्ष में चल रहे हैं। उन्हें कविता लिखते हुए ७५ साल बीत गए हैं।
आज के कार्यक्रम में स्वामी ओमा जी ने कार्यक्रम के अध्यक्ष और जनकवि श्री उदय प्रताप सिंह की पुस्तक विमोचन के अवसर पर सत्यदेव ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन प्रो आनंद सिंह को अतिथियों का स्वागत करने के लिए मंच पर आमंत्रित किया। प्रो आनंद सिंह मूलतः साहित्यकार और कवि हैं। उदय प्रताप सिंह जी के प्रति उनका बहुत सम्मान है। इस अवसर पर उन्होंने कवि श्री उदय प्रताप सिंह जी को उनके जीवन की पहली पुस्तक के प्रकाशन के अवसर पर आत्मीय बधाई दी तथा पुस्तक पर उनका आटोग्राफ भी लिया। ओमा जी को बहुत धन्यवाद ।