वेस्ट को वेल्थ में बदलने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना साकार हो रही है – सुनील ओझा

वेस्ट को वेल्थ में बदलने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना साकार हो रही है – सुनील ओझा

वाराणसी – 28 दिसम्बर, आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनके स्वछता अभियान को गति देते हुए एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर काशी के मंदिरों पर अर्पित फूलो को अब कचरा की तरह न फेका जायेगा न ही नदी में बहाया जायेगा | उक्त को चरितार्थ करते हुए आज प्रधानमंत्री के वाराणसी कार्यालय से साई इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, वाराणसी द्वारा “वेस्ट फ्लावर कलेक्शन वैन” का शुभारम्भ किया गया |

साकार हुई वेस्ट को वेल्थ में बदलने की परिकल्पना “वेस्ट फ्लावर कलेक्शन वैन” शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि सुनील ओझा, बीजेपी प्रदेश सह प्रभारी ने कहा कि मंदिर में चढ़ाए गए फूलों से अगरबत्ती बनाने के इस प्रयास से वेस्ट को वेल्थ में बदलने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना साकार हो रही है। इससे आस्था को सम्मान मिल रहा है। साथ ही यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ा कदम है। साई इंस्टिट्यूट द्वारा किया गया यह प्रयास सराहनीय है |

इस अवसर पर रोहनिया विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि भारतीय मनीषा में कहा गया है कि इस धरती पर कुछ भी अयोग्य नहीं है। फर्क सिर्फ दृष्टि का है। जैसी दृष्टि, वैसी सृष्टि । निष्प्रयोज्य फूलों से अगरबत्ती व धूपबत्ती बनाने का यह कार्य सकारात्मक दृष्टिकोण से ही संभव हुआ है। अब तक मंदिरों में चढ़ाए गए फूल फेंक दिए जाते थे या नदियों में प्रवाहित कर दिए जाते थे। इससे आस्था भी आहत होती थी और कचरा भी फैलता था।

कार्यक्रम आयोजक साई इंस्टिट्यूट के निदेशक अजय सिंह ने कहा कि संस्थान द्वारा सी.एस.आई.आर.- सीमैप, भारत सरकार के टेक्नोलॉजी सपोर्ट एवं एस.बी.आई. जनरल इंश्योरेंस लि० के सहयोग से ग्रामीण महिलाओ को रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क, बसनी में प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है | ये महिलाये विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट जैसे अगरबती, धुप, कोन एवं हवनकप का निर्माण कर रही है | इन फूलों ने महिलाओं की आय का जरिया बना दिया है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में समूहों के माध्यम से बड़ी संख्या में महिलाओं को जोड़ा जाएगा। इससे महिलाएं घर का काम करते हुए अच्छी आय अर्जित कर सकेंगी। है। आने वाले दिनों में मांगलिक कार्यक्रमों के बाद निष्प्रयोज्य फूलों और घर की पूजा के बाद फेंके जाने वाले फूलों को भी इस अभियान में समाहित किया जाएगा। साथ ही संस्थान द्वारा एक टोल फ्री नम्बर जारी किया जायेगा ताकि किसी को कही भी फुल वेस्ट हो रहे है तो उसके एक कॉल पर ये गाड़ी वहा से उन फूलो को कलेक्ट कर सके | ताकि की की आस्था आहत ना हो सके | संस्था द्वारा महिलाओ के प्रोडक्ट की मार्केटिंग हुनर-ए-बनारस के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जायेगा |

इस अवसर पर सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्विद्यालय के कुलपति हरेराम त्रिपाठी, कार्यालय प्रभारी शिवशंकर पाठक, समाजसेवी अनंत नारायण सिंह, हर्ष सिंह, राहुल सिंह, आदि लोग उपस्तिथ रहे |

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