मऊ में बोले राजीव राय, करता रहूंगा जुर्म ठंड में डटे कार्यकर्ताओं से सपा सचिव हुए अभिभूत

मऊ में बोले राजीव राय, करता रहूंगा जुर्म ठंड में डटे कार्यकर्ताओं से सपा सचिव हुए अभिभूत
मऊ : विधानसभा चुनाव से ऐन पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, प्रवक्ता व घोसी लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी राजीव राय के आवास पर की गई छापेमारी दहशत की बजाय सपाइयों में उत्साह पैदा कर गई। छापेमारी टीम में बैंगलोर, दिल्ली व वाराणसी के आयकर अधिकारी शामिल रहे। शहर के पुरानी तहसील के समीप सहादतपुरा में राय के आवास पर 18 दिसंबर को 18 घंटे तक चले तलाशी अभियान में महज 17 हजार रुपये मिले। उधर पछुआ हवा चलने से एकाएक बढ़ी ठंड में सुबह से ही आवास के बाहर आकर देर रात तक डटे कार्यकर्ताओं के हौसले ने राजीव राय को अभिभूत कर दिया। आइटी टीम जाने के बाद रात 11 बजे वह मीडिया से रुबरु हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चैलेंज देते हुए कहा कि लोगों की मदद करना अगर जुर्म है तो यह जुर्म पांच गुना और ताकत से करूंगा।
अफसरों पर नहीं सरकार पर मढ़ा दोष
सपा सचिव ने आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर अफसरों के प्रति कोई नाराजगी प्रकट नहीं की। उन्होंने सारा दोष पीएम, गृहमंत्री व सीएम पर मढ़ा। छानबीन के लिये दो घंटे का समय भी अधिक होने की दलील देते हुए सवाल खड़ा किया कि अधिकारी क्या करते, जब उन्हें ऊपर से ही 18 घंटे तक रुककर अनावश्यक अभियान चलाकर परेशान करने का हुक्म था।
आपराधिक रिकार्ड न था, न है, न रहेगा
राजीव राय ने कहा कि मोदी व योगी ने अभी तो आयकर की टीम को भेजा है। आगे अगर उन्हें समझ में आये तो ईडी और सीबीआइ को भेज दें। सरकारी एजेंसियों को कठपुतली बनाकर छापेमारी कराने से वह विचलित होने वाले नहीं है। कहा कि समाजवादी पुरोधा स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र का शिष्य हूं। मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव का सिपाही तथा सपा का कार्यकर्ता हूं। हम डरेंगे नहीं। दावा किया कि उनके नाम पहले से कोई आपराधिक रिकार्ड न था, न है और न ही रहेगा।
पांच गुना ताकत से करेंगे मदद
राय का कहना है कि गरीब-गुरबों व मुसीबत के मारों की मदद करने में सरकार व उसके नुमाइंदे तो फेल हैं। उनके द्वारा भी मदद किया जाना उन्हें नागवार गुजर रहा है। खैर इससे उनके स्वभाव पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। कहा कि मऊ के लोगों को कोरोना काल में घर-घर राशन, दवाई पहुंचाना, बाढ़ पीड़ितों की मदद करना, बेसहारा बच्चों को गोंद लेना जुर्म है तो वह जुर्म अबसे पांच गुना और अधिक ताकत से करता रहूंगा।
न नोटिस भेजी और न ही बयान को बुलाया
राजीव राय ने कहा कि बैंगलोर, मऊ सहित उनके चार-पांच निवास व प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। मिला कुछ भी नहीं। इस छापेमारी को विधानसभा चुनाव 2022 से पहले दहशत बनाने की संज्ञा देते हुए कहा कि वह हार साल इनकम टैक्स फाइल करते हैं। अगर आयकर विभाग को कोई कमी थी तो उसी समय नोटिस कर जवाब मांगते या पूछताछ के लिये बुलाते। न नोटिस भेजी और न बयान दर्ज करने को बुलाया। चुनाव के ऐन वक्त पर एकाएक छापेमारी कराने को जनता भी बखूबी समझ रही है। इसका जवाब वह 2022 के चुनाव में साइकिल निशान के सामने वाली ईवीएम की बटन दबाकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में यूपी की सरकार बनाकर देगी।
ले गये मोबाइल में मौजूद अभिलेख
सपा प्रवक्ता ने बताया कि मऊ में उनके आवास से आइटी टीम को न तो कोई दस्तावेज मिले और न ही नंबर दो का कोई धन। अधिकारी मोबाइल फोन का क्लोन कर ले गये हैं। मोबाइल में दर्ज इमेल, पासबुक ले गये। उन्होंने कहा कि सुबह सात बजे से रात 11 बजे तक परिवार, बच्चों, रिश्तेदार को बैठाये रखना अनवांटेड था। तलाशी ही करानी थी तो जो काम दो घंटे में हो जाता उसके लिये 18 घंटे बैठाकर रखा गया। देश व प्रदेश जान रहा है कि इसकी कोई जरुरत नहीं थी, फिर भी ऐसा क्यों किया गया।