गाजीपुर की धरती पहलवानों की धरती है- ओपी सिंह

गाजीपुर की धरती पहलवानों की धरती है- ओपी सिंह
गाज़ीपुर जनपद के सुहवल गाँव में संत मानदास बाबा के तपोस्थली में आयोजित धनुषयज्ञ मेले के अवसर गुरूवार को हुबारम बाबा के प्रांगण में आयोजित अन्तरप्रांतीय विराट कुश्ती में गोरखपुर के पहलवानों ने अपना दबदबा कायम रखते हुए जलवा कायम रखा , अधिकतर इनामी कुश्तियां बराबरी पर रही , इस कुश्ती में कुल तीन दर्जन से अधिक जोडी पुरूष एवं महिला पहलवानों ने अपने दमखम दिखाये। कुश्ती में गोरखपुर के गोलू ने चंदौली के शमशेर को चंद मिनट में आसमान दिखाया ,इसी तरह गोरखपुर के ही मुन्ना ने डीएलडब्लू वाराणसी के जसवंत को ,गोरखपुर के राधा ने गया बिहार की सोनम को आसमान दिखाया ।इसी तरह रामपुर के नंदन राय ने भडसर के राकेश को ,करमपुर के भीम ने जंगीपुर के ईश्वर को जहूराबाद के राका ने सतीश अंधऊ को पटखनी दी ।दूसरी तरफ 21 हजार इनामी कुश्ती बलियां सर्वेश व निगम जौनपुर ,निशा कानपुर व रानी जौनपुर ,अमित करमपुर व सौरभ वाराणसी ,मृत्यून्जय मुगलसराय व गोपी वाराणसी की कुश्ती बराबरी पर रही । प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वय विधायक डाक्टर वीरेन्द्र यादव पूर्व पर्यटन मंत्री ओंमप्रकाश सिंह एवं विशिष्ट अतिथि डाक्टर सानंद सिंह एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय शताब्दी वर्ष अध्यक्ष शिवप्रकाश पांडेय ने संयुक्त रूप से पहलवानों का हाथ मिला शुभारंभ किया । इस अन्तरप्रानतीय कुश्ती प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि द्वय विधायक डाक्टर वीरेन्द्र यादव पूर्व पर्यटन मंत्री ओंमप्रकाश सिंह ने उपस्थित लोगों को संम्बोधित करते हुये कहा कला विलुप्त होती जा रही भारतीय सभ्यता की पुरानी खेल परम्परा को जिस तरह से जीवन्त बनाये रखने के लिए प्रयास हो रहे वह बहुत ही सुन्दर है ।पहलवानों का आह्वान किया कि कुश्ती को व्यवसाय का रूप न दें,कहा कि हमारी बेटियां भी भी आज हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है ।उन्हें कहीं से भी कमजोर न समझें कहा कि आज आवश्यकता है समाज में युवाओं को इसके प्रति जागरूक करने की यह धरती हमेशा से पहलवानों की धरती रही है,कहा कि इससे मन व मस्तिष्क स्वस्थ रहने के साथ ही शरीर निरोग रहता है । इस मौके पर आयोजक ग्राम प्रधान आशा यादव ,गौतम यादव ,संदीप पांडेय, भगवती प्रसाद तिवारी ,दिग्विजय उपाध्याय ,चंचल सिंह ,कैप्टन हीरा यादव,जीवेन्द्र नारायण शुक्ला ,मदन यादव ,धर्मेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे ।निर्णायक की भूमिका रामबदन राय व कन्हैया पहलवान ,जबकि उद्घोषक की भूमिका भगवती तिवारी व हरवंश पहलवान ने निभाई ।