राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय का मनाया 44 वां स्थापना दिवस

राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय का मनाया 44 वां स्थापना दिवस
गाजीपुर :राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर का 44 वा स्थापना दिवस मनाया गया । इस अवसर पर महाविद्यालय में विभिन्न विभागों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन स्टाफ क्लब की ओर से डॉ0 शिवकुमार एवं डॉ0 विकास सिंह के संयोजन में किया गया। प्राचार्य डॉ0 सविता भारद्वाज में कहा कि हम उन सभी आत्माओं को नमन करते हैं, जिन्होंने इस महाविद्यालय को स्थापित करने में अपना योगदान दिया था । तत्कालीन शिक्षा मंत्री कालीचरण ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था में स्त्रियों की भागीदारी को सुनिश्चित करने हेतु जो पुण्य का कार्य किया है हम उसके प्रति आभारी हैं। जिस उद्देश्य और सपने को लेकर 9 विद्यार्थियों एवं 11 विषयों के साथ इस महाविद्यालय की स्थापना हुई थी वह महाविद्यालय आज 23 स्नातक व परास्नातक विषयों के साथ करीब 4000 छात्राओं के साथ प्रदेश का शीर्षस्थ राजकीय महाविद्यालय होने के साथ-साथ अग्रतर ए ग्रेड पाने की ओर कृत संकल्पित है। आज भी पूरे शहर में संस्थापक प्राचार्य डॉ रजनी सिंह का नाम बहुत आदर एवं सम्मान के साथ लिया जाता है। हम अपने संस्थापक प्राचार्य की गरिमा को कभी धूमिल नहीं होने देंगे।
इस अवसर पर डॉ अमित यादव की पुस्तक ‘सार्त्र का नैतिक दर्शन’ एवं डॉ पिंकी यादव द्वारा लिखित ‘ शिव पुराण में शैव धर्म एवं दर्शन’ का विमोचन भी हुआ। डॉ अमित यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि महाविद्यालय की स्थापना दिवस के अवसर पर हमारी। पुस्तक का विमोचन हो रहा हैमहाविद्यालय की बेहतरी में यह एक हमारा छोटा सा योगदान है। डॉ पिंकी यादव ने कहा कि स्वयं शिव दर्शन भारतीय जनमानस में बहुत गहरा बैठा हुआ है। यह लोक धर्म है ।उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय लोगों में शिव सबसे प्राचीन एवं गणमान्य देव हैं। लेकिन उनके दर्शन को लेकर बहुत कम कार्य हुए हैं । इसी को ध्यान में रखकर मैंने यह कार्य किया हैं।
स्थापना दिवस को यादगार बनाने हेतु प्राचार्य एवं महाविद्यालय शिक्षकों द्वारा महाविद्यालय परिसर में अमरूद का पेड़ लगाया गया। इस अवसर पर छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। रेंजर जयति जैन एवं ईशिता जायसवाल ने नृत्य प्रस्तुत किया। अंजलि, कंचन एवं स्नेहा ने महाविद्यालय का कुलगीत, जबकि रेंजर सौम्या मिश्र, अनन्या वर्मा, हिबजा, इशिता, अनन्या, नाजिया बानो, अर्चना, दामिनी, रेंजर शिवानी गुप्ता, संजना आदि छात्राओं ने कविता पाठ अपने अनुभव को साझा करते हुए प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ निरंजन कुमार यादव ने किया इस अवसर पर डॉ सत्येंद्र सिंह, डॉ बी एन पांडे, डॉ उमाशंकर प्रसाद, डॉ अनिता कुमारी, डॉ शंभू शरण प्रसाद, डॉ अकबरे आजम, डॉ संतन कुमार राम, डॉ संगीता, डॉ शिखा, डॉ सर्वेश, डॉ आनंद, डॉ ओम शिवानी, डॉ सुमन, डॉ आनंद, डॉ गजनफर, डॉ शैलेंद्र, डॉ हरेंद्र यादव आदि प्राध्यापकगण, कर्मचारी सहित समस्त महाविद्यालय परिवार एवं छात्राएं उपस्थित रही