महावीर चक्र विजेता की 50वीं शहादत दिवस 23 नवम्बर को अदम्य साहस व वीरता के प्रतीक थे शहीद रामउग्रह पांडेय

महावीर चक्र विजेता की 50वीं शहादत दिवस 23 नवम्बर को
अदम्य साहस व वीरता के प्रतीक थे शहीद रामउग्रह पांडेय
महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नन्दन की अध्यक्षता में आयोजित श्रधांजलि सभा मे राज्य सूचना आयुक्त किरन बाला चौधरी, राज्यमंत्री प्रभुनाथ चौहान सहित तमाम गणमान्य देंगे श्रधांजलि
गाजीपुर। जनपद के जखनियां तहसील अंतर्गत एमाबंसी गांव निवासी शहीद रामउग्रह पांडेय ने वर्ष 1971 भारत-पाक युद्ध में अदम्य वीरता और साहस का परिचय देते हुए दुश्मनों के छक्के छुड़ाने का काम किया। जिन की 50वीं शहादत दिवस शहीद के पैतृक गांव ऐमाबंसी स्थित शहीद पार्क में जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज की अध्यक्षता में मनाई जाएगी। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सूचना आयुक्त किरण बाला चौधरी, विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग उपाध्यक्ष प्रभुनाथ चौहान, जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र विधायक वीरेंद्र यादव सहित तमाम गणमान्य उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर गरिमामय उपस्थिति के रूप में 39 जीटीसी वाराणसी छावनी के कंपनी कमांडर उपस्थित रहेंगे। जिनके निर्देशन में सशस्त्र आर्मी जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर के माध्यम से शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
गौरतलब हो की वर्तमान के बांग्लादेश बॉर्डर पर तत्कालीन पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे पर युद्ध के दौरान 23 नवंबर 1971 को भारतीय सेना दलदली जमीन में फसी गई थी। सेना के उच्चाधिकारियों द्वारा अपने जवानों से युद्ध से वापस लौटने की स्वविवेक पर निर्णय लेने का आदेश दिया गया। लेकिन वीर जवानों टुकड़ी के साथ लांस नायक राम उग्रह पांडेय ने दुश्मनों की चौकी पर धावा बोल दिया। इस दौरान अकेले दम पर पहले से तैनात पूर्वी पाकिस्तान के चार बंकरों को ध्वस्त करने के बाद दुश्मनों से अपने को घिरा देख खुद कंधे पर लांचर लेकर पांचवी बंकर में दुश्मन सैनिकों सहित अपने को उड़ा लिया। इस युद्ध में अदम्य साहस और वीरता का परिचय देने वाले शहीद रामउग्रह पांडेय को मरणोपरांत सेना के सर्वोच्च दूसरे सम्मान महावीर चक्र विजेता से सम्मानित किया गया। तत्पश्चात 26 जनवरी 1972 को तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरी द्वारा दिल्ली गणतंत्र दिवस के परेड में शहीद की पत्नी श्यामा देवी को महावीर चक्र प्रदान किया गया।
– शहीद रामउग्रह पांडेय के सम्मान में उनके पैतृक गांव एमावंशी शहीद पार्क में उनकी मूर्ति स्थापित की गई। 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन रेल राज्य मंत्री संचार मंत्री मनोज सिन्हा द्वारा जखनियां रेलवे स्टेशन पर उनकी मूर्ति स्थापित कर सम्मान देने का कार्य किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए शहीद सम्मान सेवा समिति अध्यक्ष श्रीराम जायसवाल ने बताया कि शहीद रामउग्रह पांडेय की 50वीं शहादत दिवस पर ऐमाबंशी स्थित शहीद पार्क में महामंडलेश्वर स्वामी श्री भवानीनंदन यति जी महाराज के अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित है। इस कार्यक्रम में राज्य सूचना आयुक्त उत्तर प्रदेश सरकार किरण बाला चौधरी व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पिछड़ा वर्ग आयोग उपाध्यक्ष प्रभुनाथ चौहान जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक वीरेंद्र यादव को संभावित कार्यक्रम के रूप में चंदौली से भाजपा विधायक सुशील सिंह के आगमन की सूचना प्राप्त हो गई है। इसके साथ ही जनपद भर के भूतपूर्व सैनिक व तमाम गणमान्य की उपस्थिति में शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
*प्रशासनिक उपेक्षा की सूचना से सिद्धपीठ हथियाराम मठ ने संभाली जिम्मेदारी*
जखनियां(गाजीपुर)। शहीद रामउग्रह पांडेय की 50वीं सहादत दिवस पर परिजनों व आयोजक मंडल द्वारा प्रशासनिक उपेक्षा की बात बताई गई। शहीद की पुत्री सुनीता पांडेय व आयोजन समिति अध्यक्ष श्रीराम जायसवाल ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि स्थानीय प्रशासन द्वारा महावीर चक्र विजेता शहीद रामउग्रह पांडेय 50वी शहादत दिवस कार्यक्रम के बाबत कोई रुचि नहीं दिखाई जा रही है। कार्यक्रम की तैयारी में किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया गया।
इसकी जानकारी प्राप्त होते ही सिद्धपीठ हथियाराम मठ पीठाधीश्वर व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति महाराज ने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर कार्यक्रम की व्यवस्था अपने स्तर पर करने की जिम्मेदारी ली है। मठ द्वारा कार्यकर्ताओं के माध्यम से पूरी व्यवस्था संभाली जा रही है। वहीं परिजनों से भेंट कर महामंडलेश्वर श्री भवानीनन्दन यति जी महाराज ने कहा कि शहीद के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और शहादत का सम्मान किया जाएगा।