साहित्य के माध्यम से जनसेवा की भावना को मिलता है बलःडा. संगीता सहकारिता राज्य मंत्री द्वारा रचित बाल कथाओं का हुआ लोकार्पण

साहित्य के माध्यम से जनसेवा की भावना को मिलता है बलःडा. संगीता
सहकारिता राज्य मंत्री द्वारा रचित बाल कथाओं का हुआ लोकार्पण
गाजीपुर। साहित्य का समाज पर असर पड़ता है और राजनीति को जब साहित्य का संस्कार और श्रृंगार मिलता है, तब वह मुखर रुप से लोक कल्याणकारी हो जाती है। यह बातें प्रसिद्ध साहित्यकार राष्ट्रीय पटलों के संचालक हरिनारायण सिंह “हरिश” ने रविवार की देर शाम सहकारिता राज्य मंत्री डा. संगीता बलवंत के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में उनके द्वारा रचित बाल कथा संग्रह “नेपाली लड़का”,”मछुवारा का बेटा” और “मेरा प्यारा हिन्दुस्तान” के लोकापर्ण अवसर पर कही।
इस मौके पर सहकारिता राज्य मंत्री डा. संगीता बलवंत ने सबके प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि साहित्य के माध्यम से समस्याओं की अभिव्यक्ति एवं जनसेवा की भावना को बल मिलता है। कार्यक्रम में कवि और कवियित्रियों ने अपने कविताओं से उपस्थित लोगो को भाव विभोर कर दिया। वक्ताओं ने साहित्यिक कृतियों के विमोचन पर डा. संगीता बलवंत के लेखनी पर अपना विचार व्यक्त करते हुए सराहना की। इस अवसर पर साहित्य चेतना समाज के अमरनाथ तिवारी, कन्हई राम प्रजापति, डा. श्रीकांत पांडेय, तृप्ति शाक्या, संतोष तिवारी, गोपाल गौरव, पूजा राय, अनुश्री, दिनेश शर्मा, राघव रमन शर्मा, संजीव गुप्ता, पत्रकार एशोसिएशन के अध्यक्ष विनोद पांडेय, सत्येन्द्र शुक्ल, अच्छे लाल गुप्ता, भाजपा मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा, रामेश्वर तिवारी, रंजीत कुमार आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार अनंतदेव पांडेय तथा संचालन अक्षय पांडेय ने किया।