एक ही गांव से निकली पांच अर्थी, हजारों लोगों की आंखे नम

एक ही गांव से निकली पांच अर्थी, हजारों लोगों की आंखे नम
गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के अहिरौली गांव के पास चाय की दुकान पर ट्रक हादसे में सात लोगों की मौत के बाद बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना में अहिरौली गांव के पांच लोगो की मौत हो गई थी। जब घरो से शव निकलने लगे तो पूरे गांव में किसी महिला और पुरूषो की आसूं नहीं रूक रहे थे। वहीं मृतक के घरो के लोग दहाड़े मारकर रो रहे थे। पूरे गांव में मातम जैसा नजारा बना हुआ था। गांव में किसी के घर दिवाली की तैयारी तक नहीं हो रही थी। जिस समय गांव से एक साथ पांच शव निकले लोगो की आंखे नम हो गई।
गौरतलब है कि मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के अहिरौली गांव के पास मंगलवार की सुबह करीब 7.30 बजे बेकाबू ट्रक के चाय की दुकान में घुसने से छह लोगों की मृत्यु हो गई। जिसमें चार लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। दो लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। वहीं मुहम्मदाबाद क्षेत्र के चालक अवधेश को ग्रामीणों ने मारकर अधमरा कर दिया। जिसकी वाराणसी इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
चारों तरफ केवल रुदन ही रुदन
पुलिस मंगलवार की रात को ही पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों को उनकी शव सुपुर्द कर दिया। मृतकों में पांच अहीरौली गांव के निवासी थे। छठा बसाऊ का पूरा का निवासी था। बतादें, बुधवार की सुबह लगभग 10.30 बजे अहिरौली गांव उदासी और शोक के माहौल से गमगीन थ । चारों तरफ केवल रुदन ही रुदन था। मृतकों के परिजन मृतकों के लिए शमशान जाने की व्यवस्था कर रहे थे। ऐसे अवसर पर केवल गांव के ही नहीं बल्कि आसपास के गांव के लोग भी रोते हुए बच्चों और स्त्रियों को देखकर आंसू बहाने लगे।
अंतिम संस्कार में हजारों का हुजूम
चारों ओर केवल रोने की आवाज आ रही थी। मृत्यु को मुखाग्नि देने के लिए किसी का पिता तो किसी का बड़ा भाई या फिर किसी पिता का छोटा सा बालक आंसू बहाते हुए मृतकों के पास बैठा हुआ था। थोड़ी देर बाद पांचो मृतकों के अर्थी को कंधा देते हुए अहिरौली गांव से बाहर सड़क पर लाया गया। उस समय हजारों की भीड़ सड़क पर थी ।
अंतिम संस्कार के बाद भी नहीं रूक रहे आंसू
अहिरौली गांव निवासी मृतकों का दाह संस्कार सुल्तानपुर श्मशान घाट पर हुआ। जबकि उमाशंकर जो बसाऊ का पूरा के थे उनका दाह संस्कार सेमरा घाट पर हुआ। इस अवसर पर पूर्व विधायक पशुपतिनाथ राय, भाजपा नेता वीरेंद्र राय और पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा तथा सपा युवा नेता मन्नु अंसारी भी मृतकों के परिजनों को सांत्वना देते हुए घाट पर दिखे।
घाट का दृश्य उस समय और गंभीर और रोने की आवाज से भर गया जब 5 मृतकों की चिताओं को अग्नि के हवाले सौंप दिया गया। वहां खड़े लोग आंखों में आंसू लिए उनकी अंतिम विदाई देख रहे थे। हादसे में किसी की गोद, तो किसी का सुहाग और किसी का छोटा नन्हा प्यारा बेटा हमेशा हमेशा के लिए मौत की नींद सो गया।