जिसकी सन्निधि में रहने से आचरण सुधर जावे, मनोवृत्तियाँ बदल जावे , श्रीभगवान् के सन्निकटता का अनुभव होने लगे, वही तो आचार्य हैं-स्वामी राजनारायणाचार्य
जिसकी सन्निधि में रहने से आचरण सुधर जावे, मनोवृत्तियाँ बदल जावे , श्रीभगवान् के सन्निकटता का अनुभव होने लगे, वही...