June 22, 2025

यौवन सौंदर्य संपत्ति प्रभुत्व के स्वामी श्रीराम ने अहंकार का प्रदर्शन नहीं किया-राजन जी महाराज

प्रेम का संदेश देने वाला रामचरितमानस से बड़ा संसार में कोई दूसरा ग्रंथ नहीं है। उक्त बातें श्री सीताराम जनसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में रामलीला मैदान लंका पर आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा में पवित्र व्यासपीठ से श्री सीता राम विवाह प्रसंग पर कथा करते हुए अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पूज्य राजन जी महाराज ने कही। अपने कथा के क्रम को आगे बढ़ाते हुए पूज्य महाराज जी ने कहां कि यौवन सौंदर्य संपत्ति और प्रभुत्व का स्वामी होने के बावजूद रघुकुल कुल गौरव भगवान श्रीराम ने कदापि अहंकार का प्रदर्शन नहीं किया अपितु जीवन पर्यंत विनम्र बने रहे। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का यही जीवन चरित्र हैं जिससे हमें शिक्षा लेनी चाहिए।

आज के कथा पंडाल में उपस्थित दैनिक सपत्नीक जजमान पारस मणि वर्मा एवं शशिकांत वर्मा द्वारा संयुक्त रूप से व्यास पीठ के पूजन अर्चन आरती उपरांत आरंभ हुए श्री राम कथा के विश्राम के अवसर पर आगंतुक कथा प्रेमी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण कार्य किया गया
इस अवसर पर कमलेश वर्मा, राघवेंद्र यादव, आकाश त्रिपाठी, प्रवीण कुमार पांडे,दुर्गेश श्रीवास्तव, विनय कश्यप, पूनम राय,आशीष वर्मा पिंटू जी आदि समिति के स्वयंसेवक साथी उपस्थित रहे ।

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