प्रभुश्रीराम ने सदैव विनम्रता और धर्म के आचरण को अपना आभूषण बनाया-राजन जी महाराज

प्रभुश्रीराम ने सदैव विनम्रता और धर्म के आचरण को अपना आभूषण बनाया-राजन जी महाराज
गाजीपुर। धर्म के आचरण से मानव जीवन में श्रेष्ठत्व का मार्ग प्रशस्त होता है और यही श्रेष्ठता घर परिवार समाज व राष्ट्र में आनंद उल्लास और समृद्धि का कारण बनती है उक्त बातें श्री रामलीला मैदान लंका में श्री सीताराम जनसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा के तीसरे दिन श्री राम जन्मोत्सव उपरांत भगवान के बाल लीला के मनोरम एवं अद्भुत छटा का वर्णन करते हुए पूज्य कथा वाचक श्री राजन जी महाराज ने कही। इस क्रम में कथा को आगे बढ़ाते हुए श्री राजन जी महाराज ने बताया कि जीवन में किसी के आगमन की सूचना मात्र से यदि यत्र तत्र सर्वत्र चारों तरफ दीपावली होली जैसे उमंग उल्लास का वातावरण बनने लगे तो यह मानना चाहिए कि आगंतुक कोई सामान्य जीव नहीं वह तो कोई ईश्वर का अवतार हो सकता है।
अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म के समय कुछ ऐसा ही दृश्य उत्पन्न हो गया था। मानव तो मानव प्रकृति भी खुशी से झूम उठी थी चारों तरफ मंगल गीत बधाइयां हो रही थी तो कहीं नाना रत्न आभूषण लुटाए जा रहे थे। ऐसा इसलिए कि भगवान राम का संपूर्ण जीवन ही आनंद का प्रतीक होने के साथ-साथ धर्म आचरण एवं मर्यादा का संदेश देने वाला एक अद्भुत ईश्वरीय घटना थी। जीवन में यौवन सौंदर्य संपत्ति और प्रभुत्व इन चारों का स्वामी होने के बावजूद भगवान श्रीराम ने सदैव विनम्रता और धर्म के आचरण को अपना आभूषण बनाया। भगवान श्री राम के इन्हीं गुणों ने उन्हें दशरथ पुत्र राम से मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम बना दिया। भगवान राम का जन्म और जीवन कोई सामान्य घटना न होकर एक श्रेष्ठ और आदर्श समाज का संपूर्ण जीवन दर्शन है।
आज की कथा में श्री राम जन्म के समय अयोध्या में गाए गए मंगल गीत एवं बधाइयों की भजन के माध्यम से सुंदर प्रस्तुति करते हुए महाराज श्री ने कथा पंडाल में उपस्थित कथा प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कथा पंडाल में आज के सपत्नीक यजमान के रूप में उपस्थित जनपद के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ ए के मिश्रा सीनियर एसडीओ एवं एजीएम दूरसंचार विभाग गाजीपुर आशीष श्रीवास्तव श्री बापू इंटर कॉलेज के प्रवक्ता विनय मिश्रा एवं मऊ के सर्राफा व्यवसाई विनोद वर्मा द्वारा संयुक्त रूप से व्यास पीठ के पूजन अर्चन आरती उपरांत आरंभ हुए कथा को सायं 8:00 बजे विश्राम दिया गया ।
आज की कथा में उपस्थित जनपद चंदौली के न्यायमूर्ति अपर जिला जज ज्ञान प्रकाश शुक्ला, सेंट जेवियर स्कूल बलिया के निदेशक अभिनव तिवारी चिल्लू पार सलेमपुर देवरिया के कुलदीप राय, वाराणसी से आए हुए महाराज के अनन्य भक्त संतोष मिश्रा नीलेश तिवारी वरिष्ठ समाजसेवी गाजीपुर मऊ से आए विमल श्रीवास्तव विनय सिंह मनीष वर्मा बलिया बंटी वर्मा बलिया आदि ने माल्यार्पण कर कथा वाचक राजन जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। व्यवस्था का संचालन राजकुमार वर्मा व्यवस्था प्रबंधन का कार्य आकाश विजय त्रिपाठी राघवेंद्र यादव, आशीष कुमार पिंटू, एवं अमित वर्मा, दुर्गेश श्रीवास्तव आदि संयुक्त रूप से कर रहे थे। माल्यार्पण कार्यक्रम का संचालन कमलेश कुमार वर्मा ने किया।